देहरादून। भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (भा.वा.अ.शि.प.), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त परिषद, की 29वीं वार्षिक आम बैठक वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भूपेंद्र यादव, मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, भारत सरकार ने की, जो कि उक्त सोसायटी के अध्यक्ष भी हैं। मंत्री का स्वागत अरुण सिंह रावत, महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. और सदस्य सचिव, भा.वा.अ.शि.प. सोसायटी ने किया। बैठक में सी.पी. गोयल, भा.व.से., वन महानिदेशक और विशेष सचिव तथा उपाध्यक्ष, शासक मंडलय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी और भा.वा.अ.शि.प. सोसायटी का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न राज्य सरकारों, शिक्षण संस्थानों, वैज्ञानिक संगठनों के गणमान्य सदस्यों तथा भा.वा.अ.शि.प. के वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिक उपस्थि रहे।
वार्षिक आम सभा की कार्यसूची के अनुसार, वर्ष 2021-22 के लिए भा.वा.अ.शि.प. की वार्षिक रिपोर्ट, वार्षिक लेखापरीक्षित खाते के साथ प्रस्तुत की गई। वार्षिक रिपोर्ट वर्ष के दौरान वानिकी, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार गतिविधियों का एक संक्षिप्त विवरण है। साथ ही भा.वा.अ.शि.प. के विभिन्न संस्थानों द्वारा पूर्ण की गई विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा की गई है। इस अवसर पर, मंत्री ने राष्ट्रीय वन कीट संग्रह का डिजिटाइज्ड डेटाबेस राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने भा.वा.अ.शि.प. के कुछ महत्वपूर्ण प्रकाशनों और प्रौद्योगिकियों को भी जारी किया, जैसे अपशिष्ट प्लास्टिक का बाइंडिंग एजेंट के रूप में उपयोग करके प्लाइवुड पैनलों के निर्माण की तकनीक और विभिन्न वन वनस्पतियों के तहत मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर आधारित एक रिपोर्ट।