महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर बोले संजय राउत, हिंसा के लिए दिल्ली जिम्मेदार

देहरादून: जेल से बाहर आने के बाद से ठाकरे गुट के नेता संजय राउत केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इस बार उन्होंने महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीमा पर हिंसा की घटनाएं दिल्ली के समर्थन के बिना नहीं हो सकती हैं।

राउत ने ‘उठो मराठा उठो’ के लगाए नारे
राउत ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मराठी लोगों और वाहनों पर  दिल्ली के समर्थन के बिना बेलगावी में हमला नहीं किया जा सकता है। महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। मराठी स्वाभिमान की रीढ़ तोड़कर उसे खत्म करने का खेल शुरू हो गया है। बेलगावी में हुआ हमला उसी साजिश का हिस्सा है। उठो मराठा उठो! 

बेलगावी को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करें: राउत
पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा बेलगावी को केंद्र शासित प्रदेश घोषित करें। उन्होंने कहा कि लोग राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व में बेलगावी जाने के लिए तैयार हैं। राकांपा शिवसेना (यूबीटी) की सहयोगी है और शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के बाद इस साल जून में उनकी सरकार गिरने से पहले कांग्रेस के साथ दोनों दल महाराष्ट्र में सत्ता में थे। शिंदे ने बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से सरकार बनाई।

राउत ने सीएम शिंदे पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कहते हैं कि उन्होंने एक क्रांति पैदा की है।  यह किस तरह की क्रांति है, इसे इस बात से देखा जा सकता है कि इन हमलों का मुकाबला करने के लिए राज्य किस तरह कमजोर दिख रहा है। 
उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने यह कहकर शिवसेना छोड़ी कि उनमें स्वाभिमान है, उन्होंने अब चुप रहने का फैसला किया है।