देहरादून: सीएम धामी शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहां एक चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री का दायित्व दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझ पर भरोसा जताया। हमने सरकार बनाकर रिवाज बदल दिया। हम उत्तराखंड में यह मिथक तोड़ने में कामयाब हो गए कि राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलती है।
उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता हमारे राज्य की जरूरत थी। इसे लेकर हमने चुनाव से पहले ही जनता से वादा किया था और सरकार में आते ही कमेटी का गठन कर दिया। राज्य में धर्मांतरण पर अब हमने कड़ा कानून बनाया है। इसमें 10 साल तक की कैद का प्रावधान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड से हर नए कार्य की शुरुआत होती है और जो हमारे यहां शुरू होता है वो पूरे देश में जाता है। धर्मांतरण पर कानून समय की आवश्यकता थी। समान नागरिक संहिता किसी के खिलाफ नहीं है। हमारे बाद तमाम राज्य इस पर आगे आ रहे हैं।
सीएम ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2014 व 15 से भर्ती घोटाले चल रहे थे। हमेशा जांच की बात होती थी लेकिन जांच नहीं होती थी। हमने इसमें प्रारंभिक जांच कराई। आज अभी तक 55 लोग जेल जा चुके हैं और अंतिम व्यक्ति जब तक जेल नहीं जाएगा तब तक कार्रवाई जारी रहेगी। भविष्य में कोई ऐसा सोच भी नहीं पाए हम कार्रवाई की ऐसी लकीर खींचना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड जघन्य और घिनौना कृत्य था। हमने तत्काल कार्रवाई की। सारे आरोपी तत्काल गिरफ्तार किए। महिला पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में एक एसआईटी बनाई। इस मामले में एक प्रतिशत भी ढिलाई नहीं करने वाले हैं और दोषियों को कठोर से कठोर सजा दिलाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में लगभग 46 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा पर आए। हम चारधाम में तेजी से सुविधाओं का विकास कर रहे हैं। वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ में काफी नुकसान हो गया था। लेकिन प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में चल रहे कार्यों के चलते अब सब बदल गया है। बदरीनाथ में भी मास्टर प्लान पर काम चल रहा है। दिसंबर 2023 तक दोनों काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनरल बिपिन रावत मेरे लिए एक अभिभावक की तरह थे। उत्तराखंड को लेकर उनके बहुत सारे सपने थे, जिन्हें हम पूरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के हाथों केदारनाथ एवं हेमकुंड के लिए रोपवे का शिलान्यास हो गया है। आने वाले दिनों में यह दोनों यात्रा श्रद्धालुओं के लिए आसान हो जाएंगी।