देहरादून। यूकेडी के केंद्रीय उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नाम अटल विहारी के नाम किये जाने पर उत्तराखंड क्रांति दल सहमत नहीं है तथा एयरपोर्ट सलाहकार समिति जो कि सासंद रमेश पोखरियाल निशंक कि अध्यक्षता में लिए गए निर्णय पर दल विरोध दर्ज करता है। जौली ग्रांट एयरपोर्ट का नाम अटल जी के नाम पर रखने का तर्क जो सांसद निशंक जो कि समिति के अध्यक्ष भी है उनका कहना है कि अटल विहारी बाइपेयी ने उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया। उनके इस कथन से स्पष्ट होता है कि निशंक के साथ साथ भाजपा राज्य संघर्षो में 42 शहादतों के साथ साथ मातृ शक्ति का अपमान कर रही है।
उत्तराखंड क्रांति दल जो कि राज्य निर्माण के लिए 1979 में अस्तित्व में आया जिसका लगातार राज्य निर्माण का संघर्ष रहा। उत्तराखंड राज्य आंदोलन पहाड़ के गाँधी स्वव इंद्रमणि बडोनी के नेतृत्व में हुआ, अगर राज्य निर्माण कि बात सासंद निशंक करते है तो जौली ग्रांट एयर पोर्ट का नाम इंद्रमणि बडोनी के नाम पर रखा जाय। यही नहीं उत्तराखंड में कई महापुरुषों ने जन्म लिया, उनका लम्बा संघर्ष रहा है। क्या भाजपा व विद्वत सासंद रमेश पोखरियाल निशंक को उत्तराखंड के महापुरुषों का इतिहास का ज्ञान नहीं। रमेश पोखरियाल निशंक के मुख्यमंत्री काल के दौरान उनके द्वारा एक बयान आया कि दून मेडिकल कॉलेज का नाम इंद्रमणि बडोनी के नाम पर रखा गया। केवल राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए उनके केवन बयान अवतरित होते है। इसलिए दल मांग करता है कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नाम पहाड़ के गाँधी इंद्रमणि बडोनी के नाम पर रखा जाय।