देहरादून। ई.पी.एफ. उत्तराखण्ड पेंशन धारकों का एक दिवसीय प्रान्तीय अधिवेशन गुरुनानक वैडिंग प्वाइट, सुभाष रोड देहराइन में आयोजित किया गया। सैकड़ांे की संख्या में उपस्थित होकर ई. पी. एस.-95 के संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिये छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के उपस्थित प्रांतीय पदाधिकारियों द्वारा सभा में अपने विचार रखे गये। उत्तर प्रदेश से उपस्थित केके तिवारी द्वारा कहा गया राष्ट्रीय संघर्ष समिति के नेतृत्व में अपनी समस्या में लेकर प्रधानमंत्री से वार्ता हो चुकी है, सकारात्मक निर्णय शीघ्र हमारे सामने आयेगा। सभा में छत्तीसगढ़ से उपस्थित केन्द्रीय समन्वयक निमाज दहमान द्वारा सेवानिवृत्त कार्मिकों आह्वान किया कि 28 मार्च को दिल्ली में केन्द्रीय भवन में उपस्थित होकर संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे। केन्द्रीय अध्यक्ष अशोक राऊत द्वारा कहा गया कि भविष निधि कार्यालय द्वारा तमाम कर्मचारियों से छल किया जा रहा है। कार्मिकों के अंशदान को ब्याज तक सही प्रकार से नहीं दिया जा रहा है। पेनान के नाम पर 1000 रू. देकर सेवानिवृत्त कर्मियों का अपमान किया जा रहा है। सरकार को एक न एक दिन सामाजिक सुरक्षा के तहत अंशदान का 7500 रू. महंगाई भत्ता देना पड़ेगा। राष्ट्रीय संघर्ष समिति दिलाकर रहेगी, अधिवेशन में केन्द्रीय महासचिव बीरेन्द्र सिंह रजानना द्वारा कहा गया समिति लगातार संघर्ष कर रही है। इसी क्रम में 4 सूत्री मांगांे पर दिल्ली में 28 मार्च को श्रम मंत्रालय पर धरना दिया जा रहा है। इसके बाद भी मांग न मानी गई तो आर-पार की लड़ाई प्रारंभ की जाएगी।