देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के अभियान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जब उसे कथित अपमान का अहसास हुआ तो वह शिकायत दर्ज क्यों नही कर रही है। ओबीसी समाज के अपमान से जो सजा उसके युवराज को मिली है उसके बाद उसके सभी अभियान हास्यास्पद है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि संगठनविहीन कांग्रेस का एक साथ कई राजनैतिक आंदोलन सिर्फ चर्चा में बने रहने की कोशिश भर है। कांग्रेस सिर्फ घोषणाबाजी से ही अपने राजनैतिक आंदोलन चला रही है क्योंकि प्रदेश में काँग्रेस संगठन टीम का गठन तक नही है और दावा एक साथ कई आंदोलन चलाने के किये जा रहे हैं। एक ओर हाथ से हाथ जोड़ो का दावा करती है, दूसरी तरफ जय भारत सत्याग्रह का, फिर मेरा घर राहुल का घर और अब महीने भर आंदोलन का कार्यक्रम। जबकि सच्चाई यह है कि इनमें से कोई भी कार्यक्रम जमीन पर नजर नही आने वाला है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा, कांग्रेस को पहले अपनी पार्टी बचाने और फिर पार्टी में लोकतंत्र बचाने की चिंता करनी चाहिए। रही देश के लोकतंत्र की तो वह पीएम मोदी के नेतृत्व में बेहद मजबूत है।
श्री भट्ट ने कांग्रेसियों की अत्यधिक सक्रियता पर तंज कसते हुए कहा, समय रहते वह थोड़ी भी मेहनत राहुल को लेकर कोर्ट में कर लेती तो आज उन्हें राजनैतिक अभियान चलाने की घोषणा नही करनी पड़ती। अभी भी समय है क्योंकि ऐसे कई मामलों में उनके युवराज घिरे है, जिसमे एक नाम हरिद्वार का भी जुड़ गया है जहां आरएसएस को लेकर टिपणी पर उन्हें जबाब देना पड़ सकता है। उन्होंने कांग्रेस की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि भाजपा का प्रत्येक पदाधिकारी व कार्यकर्ता संविधान का पालन करने वाला है और कांग्रेस तथाकथित आपत्तिजनक बयानों पर मुक्कदमे दर्ज कराने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन हैरानी की बात है कि उनके नेताओं को अपने अपमान का अहसास इतनी देर से हुआ वह भी जब राहुल गांधी को ओबीसी समाज के अपमान पर सजा मिली। उन्होंने व्यंग किया कि लगता वे कांग्रेस नेता भाव विहीन हो गए हैं जिसके चलते उन्हें राहुल गांधी के सिवाय अपने और समाज के प्रति किसी भी अपमान का अहसास नही होता हुआ।
श्री भट्ट ने कांग्रेस द्वारा अडाणी मुद्दे पर उठाए सवालों का जबाब देते हुए कहा कि ’सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीशों एवं शीर्ष आर्थिक विशेषज्ञों की कमेटी इस पूरे प्रकरण में बना चुका है जो शीघ्र ही जांच कर रिपोर्ट सौंप देगा। इसलिए स्पष्ट है कांग्रेस इस मुद्दे पर पूरी तरह से राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि मुद्दविहीन और नीतिहीन कांग्रेस जिन मुद्दों को लेकर अपने प्रस्तावित आंदोलन चलाने का दावा कर रही है उन सभी पर न्यायालय और जनता की अदालत भाजपा सरकार के पक्ष में निर्णय दे चुकी है। चाहे वह जोशीमठ आपदा में रिकॉर्ड समय मे किये गए पुनर्वास व राहत के कार्य हों, चाहे अंकिता मर्डर में आरोपियों पर की कठोरतम कार्यवाही व निष्पक्ष जांच पर न्यायालय की मुहर, चाहे पेपर लीक मसले पर की गई ऐतिहासिक कार्यवाही व सबसे सख्त नकल कानून को लाना, और इसी तरह जिन तमाम प्रकरणों को कांग्रेस अपने आंदोलनों में उठाना चाहती है वो पहले ही धामी सरकार द्वारा निर्णायक रूप में हल किये गए है और उससे राज्य की जनता भी संतुष्ट है।