देहरादून। उत्तराखण्ड के राजकीय विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं संस्थानों की सम्बद्धता प्रक्रिया को सुगम एवं प्रभावी बनाये जाने के दृष्टिगत राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सोमवार को राजभवन में ‘उत्तराखण्ड कॉलेज एफिलिएशन पोर्टल’ का शुभारंभ किया। इस पोर्टल के शुभारंभ से सम्बद्धता देने वाले 5 विश्वविद्यालयों हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, कुमाऊँ विश्वविद्यालय, वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय और श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की सम्बद्धता प्रक्रिया ऑनलाइन मोड़ में सम्पादित की जायेगी।
इस पोर्टल के शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि सम्बद्धता प्रक्रिया को पारदर्शी, समयबद्ध एवं सुगम बनाये जाने के लिए इस पोर्टल को लांच किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं संस्थानों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से भागदौड़ से बचा जा सकेगा और मानव श्रम की भी बचत होगी। इससे संस्थान, विश्वविद्यालय और राजभवन स्तर पर सम्बद्धता प्रस्तावों की स्थिति को मॉनीटर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा की पोर्टल के लांचिग से राजभवन सहित विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन कार्य संस्कृति को बढ़ावा दिए जाने को प्रयास किया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में किसी भी कार्य के लिए तकनीकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि राजभवन सहित विश्वविद्यालय में अधिक से अधिक सेवाओं को ऑनलाइन और पेपरलैस करने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन ने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर उच्चाधिकारियों की ट्रेनिंग करा दी गई है। इसके बाद विश्वविद्यालय के कार्मिकों जिनके द्वारा संचालन किया जाना है, को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सचिव ने कहा कि पोर्टल को लांच किया गया है इसके संचालन में जो भी व्यावहारिक कठिनाईयां आएगी उस पर संस्थान एवं विश्वविद्यालय अपना सुझाव दें जिसे यथाशीघ्र दूर किया जाएगा।
कार्यक्रम में अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, कुलपति कुमाऊँ विश्वविद्यालय प्रो0 एन.के.जोशी, कुलपति वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रो0 ओंकार सिंह, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो0 जगत सिंह बिष्ट, कुलपति श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय प्रो0 महावीर सिंह रावत, संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, वित्त नियंत्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव, उप सचिव एन.के. पोखरियाल, अनुभाग अधिकारी सचिन चमोली आदि उपस्थित रहे।