देहरादून। कांग्रेस के कर्नाटक चुनाव के लिए जारी घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की घोषणा से उपजा विवाद अब तूल पकड़ चुका है। जिसमें भाजपा और कांग्रेस अब आमने सामने आ गए हैं। कांग्रेस ने अब भाजपा के हनुमान चालीसा पाठ को भाजपा के खिलाफ हथियार बना लिया है। कांग्रेस मुख्यालय में आज भाजपा की बुद्धि शुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि अब भगवान और बजरंगबली ही भाजपा के कुकृत्यों के लिए उसका विनाश करेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा द्वारा राजधानी दून सहित सभी जिला मुख्यालयों में हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर करन माहरा ने कहा कि भगवान राम और बजरंगबली भाजपा की बपौती नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जो दूसरे दलों पर राजनीतिक तुष्टीकरण का आरोप लगाती है वह खुद अपने राजनीतिक लाभ के लिए समाज को बांटने में जुटी है। यहां यह उल्लेखनीय है कि भाजपा के अनुषांगिक दलों द्वारा मुसलमानों के सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढ़े जाने के विरोध में हनुमान चालीसा के पाठ की शुरुआत की गई थी। जो अब वोटों के ध्रुवीकरण का माध्यम बना ली गई है। पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने की घोषणा से भाजपा और उसके सहयोगी दल अब कांग्रेस की बखिया उखाड़ने में लगे हुए हैं जिसके जवाब में अब कांग्रेसी नेता भी हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन करा रहे हैं।
उधर इस मुद्दे पर पूर्व सीएम हरीश रावत भी अब भाजपा पर हमलावर देखे जा रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा नेताओं के कुकृत्यों के लिए भगवान राम और बजरंगबली भाजपा को जरूर दंडित करेंगे। उनका कहना है कि भगवान राम और हनुमान ने हिंसा और आतंक फैलाने वालों को जिस तरह दंडित किया है उसके शास्त्र गवाह है इसलिए जो हिंसा कराते हैं और हत्या कराते हैं उन्हें भी बजरंगबली जरूर दंडित करेंगे। कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित हनुमान चालीसा पाठ से पहले गणपति के भजन गाए गए इस कार्यक्रम में तमाम नेता और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।