ऋषिकेश, नीरज कोहली। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में आयोजित श्रीराम कथा में पहुंचे। उन्होंने कहा कि मां गंगा व श्रीराम के बिना भारत अधूरा है। कथा पर्यावरण व जल संरक्षण के प्रति जन जागरुकता व तात्कालिक समस्याओं के समाधान के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि जब हम श्रीराम कथा की बात करते हैं या मां गंगा की बात करते हैं तो मुझे लगता है कि मां गंगा के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे ही यदि भारत के जीवन से प्रभु राम के जीवन को निकाल दें तो उसके बिना भी भारत अधूरा रहेगा। प्रभु श्री राम का जीवन वास्तव में अनुकणीय है। राम सर्व समर्थ हैं, आप उनके नाम की संज्ञा किसी भी धर्म, संप्रदाय किसी को भी दे दीजिए लेकिन राम, राम हैं और राम, राम ही रहेंगे।
श्री कोविंद ने कहा कि यह दौर भारत के लिये बहुत टर्निंग प्वांइट पर है। मैंने इसका विश्लेण किया है। सब लोग कहते हैं कि भारत विश्व गुरू बनने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि विश्व गुरू अर्थात एक वैश्विक शक्ति। मैंने देखा कि सही मायने में हम वैश्विक शक्ति बनने की कगार पर हैं। आज जी 20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है।