देहरादून, नीरज कोहली। भाजपा ने विधायक खरीद फरोख्त मे सीबीआई जांच को लेकर कांग्रेस नेता हरीश रावत और हरक सिंह की बयानबाजी को नूरा कुश्ती करार देते हुए तंज कसा कि यह दुर्लभ प्रकरण है जिसमे आरोपी और आरोप लगाने वाला दोनो ही कटघरे में हैं। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कहा कि स्टिंग प्रकरण की सीबीआई जांच को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत एवं हरक सिंह रावत को अपनी बयानी अदालत चलाने के बजाय जांच एजेंसी को सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अमूमन किसी केस में कोई एक पक्ष संदेह के दायरे मे होता है, लेकिन यहां तो दोनों ही संदेह के दायरे मे रहे हैं। फिलहाल दोनो को गलतफहमी में नही रहना चाहिए कि किसी के बार बार जांच की बात दोहराकर मासूमियत दर्शाने या किसी के केस वापिस लेने की बात कहने से जांच पर कोई फर्क पड़ने वाला है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह केस तत्कालीन सीएम का स्टिंग मात्र नही है बल्कि यह राज्य को लूटने वालों की कारगुजारियों का दस्तावेज है। इसके अलावा उत्तराखंडियत का राग अलापने वाले नेताओं की उत्तराखंड विरोधी मंशा का सुबूत भी है।
श्री चैहान ने हरक सिंह रावत के केस वापिस लेने की बात पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि उन्हें सच को सामने लाना अब गड़े मुर्दे उखाड़ना लगता होगा, लेकिन देवभूमि की महान जनता अपने साथ विश्वासघात करने और चोरी की मंशा करने वालों को सजा दिलाना चाहती है। क्योंकि यही नेता उनका मत चुराने के लिए आगामी लोकसभा चुनावों में उनके बीच पहुंचने की तैयारी में हैं। उन्होंने हरदा पर भी तंज कसते हुए कहा कि उन्हें समझना होगा कि सच सामने लाने के अपने बयानों से मासूम दिखने की उनकी कोशिश सफल नही होने वाली है, क्योंकि जनता की अदालत में वह पहले ही सत्ता बचाने के लिए राज्य गिरवी रखने का दोषी साबित हो चुके हैं। अब तो सिर्फ कानूनी प्रक्रिया से उनके दोष को लेकर जांच की कार्यवाही चल रही है, लिहाजा मासूम बनकर निर्दोष दिखने की उनकी सभी कोशिश व्यर्थ है।