देहरादून: 2016 में हुए स्टिंग आपरेशन की जद में आए पूर्व सीएम हरीश रावत ने उम्मीद जताई है कि जैसे-जैसे 2016 का प्रकरण आगे स्पष्ट होता जाएगा तो अंकिता भंडारी हत्याकांड के वीआईपी का चेहरा भी लोगों के सामने स्पष्ट होता जाएगा।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया में लिखा है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड उत्तराखंड के जनमानस को उद्वेलित करने वाला हत्याकांड रहा है। अंकिता ने हत्या से पहले अपने दोस्त को जो संदेश भेजा उसमें उसने कहा कि कल एक वीआईपी रिजार्ट में आने वाला है, जिसको स्पेशल सर्विस देने के लिए उसको कहा जा रहा है। जिसके लिए उसने इंकार कर दिया है।
रावत ने कहा है कि यह भी बात प्रकाश में आई कि उस वीआईपी की व्यवस्था रिजार्ट में देखने के लिए पहले दिन एक नाटे कद का व्यक्ति पहुंचा था,जिसके साथ कुछ सुरक्षा कर्मी भी थे। ये लोग उस रिजार्ट में अंकिता के रूप में हमारी अस्मिता पर हाथ डालने गए थे और यदि आप गहराई से आने वाले वीआईपी और व्यवस्था देखने वाले के बारे में गंभीर चिंतन करेंगे तो इनमें 2016 की उथल-पुथल के षड्यंत्रकारियों के चेहरों से साम्य दिखेगा। रावत ने अंकिता मर्डर कांड के उन वीआईपी और व्यवस्था देखने के लिए आने वाले व्यक्ति के बारे में कई और बातें भी लिखी हैं।