देहरादून, नीरज कोहली। भू-माफियाओं के विरूद्ध दून पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त एवं धोखाधड़ी के माामले में फरार चल रहे 20 हजार के ईमामी वांछित अभियुक्त को थाना बसन्त विहार पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आदेश-निर्देशों के क्रम में पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा वांछित इनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कडे़ निर्देश निर्गत किये गये हैं। निर्गत आदेशों के क्रम में पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन एवं क्षेत्राधिकारी नगर के पर्यवेक्षण में थाना हाजा के वांछित इनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु प्राप्त आदेश-निर्देशों से सभी अधीनस्थों को अवगत कराते हुए प्रभारी निरीक्षक थाना बसन्त विहार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
वादिनी उषा शर्मा द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई थी कि अभियुक्तगण अब्दुल सत्तार एवं रईस आदि द्वारा बैंक लोन दिलाने के नाम पर उनके पति की भूमि की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम कराकर उसे अन्य लोगों के साथ मिलकर फर्जी कागजात बनाकर धोखाधड़ी से किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया। जिस पर तत्काल थाने में अब्दुल सत्तार आदि के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। मुख्य अभियुक्त अब्दुल सत्तार 27 जनवरी 2023 से वांछित चल रहा था, उस पर 20 हजार का ईनाम घोषित किया गया था को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इस मुकदमे में रईस लगातार फरार चल रहा था। जिस पर 20, 000 का इनाम रखा गया था।
वांछित चल रहे अभियुक्त रईस की गिरफ्तारी हेतु पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा लगातार उसके सम्भावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी तथा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से भी अभियुक्त के सम्भावित स्थानों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखते हुए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया था। 23 जुलाई को मुखबिर द्वारा अभियुक्त रईस के आईएसबीटी क्षेत्र में होने के सम्बन्ध में सूचना प्रदान की गयी। जिस पर बसन्त विहार पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर आई0एस0बी0टी0 के पास से चैकिंग के दौरान अभियुक्त रईस को गिरफ्तार किया गया, अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।