देहरादून, नीरज कोहली। धर्मपुर चौक स्थित दून फिल्म स्कूल में छात्रों के पंजीकरण के साथ एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस मौके परफिल्म स्कूल के विज़न और मिशन को छात्रों के साथ साझा किया गया। वक्ताओं ने बताया कि ये उत्तराखंड का पहला ऐसा फिल्म स्कूल है जो श्री देव सुमन विश्वविधालय से सम्बद्ध है।
शुक्रवार को दून फिल्म स्कूल ने फिल्म निर्माण और अभिनय में डिप्लोमा का एक नया बैच शुरू किया । इस स्कूल में फिल्म निर्माण की विभिन्न धाराओं, निर्देशन, संपादन, छायांकन, ध्वनि डिजाइनिंग और अभिनय में एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम शुरू हुआ। दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात स्कूल के सीएमडी सिद्धार्थ ने फिल्म स्कूल के विज़न और मिशन को छात्रों के साथ साझा किया। सिद्धार्थ ने बताया कि फिल्म स्कूल श्री देव सुमन विश्वविधालय से सम्बद्ध है,जिस से आने वाले समय में छात्र यहां से कोर्स करने के बाद किसी भी संस्थान में अध्यापन या उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते है,सिद्धार्थ खुद भी एक फिल्ममेकर एवम प्रोड्यूसर है । उन्होंने कहा कि यहां से कोर्स करने के पश्चात छात्र डीएफएस एलुमनी नेटवर्क का मेंबर होगा,जिसके अंतर्गत वह लाइफ मेंबरशिप का हकदार हो जायेगा एवम निकट भविष्य में यदि उसे फिल्म निर्माण या अन्य किसी तरह की मदद की आवश्यकता महसूस होगी तो डीएफएस उसकी हर निश्चित मदद के लिए प्रतिबद्ध है। इस मौके पर प्रिंसिपल देवीदत्त के साथ सत्र और अविजीत नंदी, एचओडी सिनेमेटोग्राफी विनय विक्रांत, एचओडी अभिनय, सुदर्शन जुयाल के साथ मेंटर सत्र शामिल रहे। इंडस्ट्री मेंटर के बाद फिल्म निर्देशक संतोष सिंह रावत के साथ बातचीत सत्र और उनकी पुरस्कार विजेता फिल्म “पाताल-ती” की स्क्रीनिंग की गई।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘डीएफएस के सुपरस्टार’ सत्र के साथ आगे बढ़ा, जिसमें सिनेमेटोग्राफी कार्यक्रम के पूर्व छात्र आकर्ष श्रीवास्तव, निर्देशन में डिप्लोमा के छात्र प्रज्ञेश गढ़वाल और अभिनय में डिप्लोमा के छात्र नितीश रावत और अर्पित ने नृत्य प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का समापन दून फिल्म स्कूल के डीन मुकेश कुमार के धन्यवाद सत्र के साथ हुआ।