टिहरी, नीरज कोहली। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा नरेंद्रनगर स्थित विभिन्न कार्यालयों तथा श्रीदेव सुमन उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा नरेंद्रनगर तहसील सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की गई तथा चैपाल के माध्यम से जन समस्याएं सुनी गई।’ निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा नरेंद्रनगर तहसील, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, लघु सिंचाई उपखंड कार्यालय, जिला उद्योग केंद्र, उरेडा, सिंचाई खंड द्वितीय, सहायक निदेशक संस्कृति शिक्षा विभाग, जिला सहायक निबंधक सहकारी समिति कार्यालय, मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय, मुख्य पशु चिकित्सा कार्यालय, पीएमजीएसवाई कार्यालय, मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय, कोषागार, जिला पंचायतीराज कार्यालय के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण कर पटल सहायकों से कार्यों की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। एसडीएम को सभी कार्यालयों से संबंधित समस्याओं को कम्पाईल कर उपलब्ध कराने को कहा गया। अधिकारियों को जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने, कार्यालयों को पेपर लेस कर हाईटेक करने तथा कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गये। कोषाधिकारी को डबल लॉक में अतिरिक्त सीसी टीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये गये।
श्रीदेव सुमन उप जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सिटी स्केन कक्ष, एक्स-रे कक्ष, डायलिसिस यूनिट, ऑपरेशन थियेटर, ओपीडी, डेंगू वार्ड, जनरल वार्ड, फिजियो थेरैपी विभाग, राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सा कक्ष आदि अन्य कक्षध्वार्डों को देखा गया तथा तैनात स्टाफ, प्रतिदिन की ओपीडी, भर्ती मरीज, मरीजों को दिये जाने वाले भोजन, बिजली, पानी, फायर सेफ्टी आदि की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिये गए। इससे पूर्व जिलाधिकारी द्वारा तहसील कार्यालय का निरीक्षण कर तहसील सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र में चल रहे कार्यों एवं अन्य अपडेट लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये। साथ ही चैपाल के माध्यम से जन समस्याओं को सुना गया। चैपाल में सामाजिक कार्यकर्ता गजेन्द्र राणा ने सूरजकुण्ड पेयजल योजना का एकीकरण कर पेयजल मुहैया कराने तथा आदर्श उत्कृष्ट इ.का. पावकी देवी में गणित विषय के प्रवक्ता की नियुक्ति करने का अनुरोध किया गया। इस पर जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण कर योजना को शीघ्र जल संस्थान को हेण्डआवर करने तथा शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के निर्देश दिये गये, जबकि खण्ड शिक्षा अधिकारी को इंटर कालेज में गणित प्रवक्ता का पद सृजित होने तक व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन से प्रभावित अटाली, कोडियाला, सिंगटाली, पल्या गांव के ग्रामीणों द्वारा रेलवे निर्माण क्षति का मुआवजा दिये जाने, पूर्ण क्षति एवं आंशिक क्षति भवनों का सर्वे कराकर अलग-अलग फॉरमूला बनाने की मांग गई। जिलाधिकारी द्वारा भवनों का पुनः सर्वे करवाए जाने तथा क्षति मुआवजा की धनराशि को संशोधित करवाए जाने को लेकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया। साथ ही प्रकरण पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य किये जाने की बात कही गई। ग्रामीणों ने सिंगटाली पेयजल योजना का संयुक्त निरीक्षण कराने, कोडियाला में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को ठीक करवाने, गूलर अटाली में विद्युत आपूर्ति की समस्या तथा ब्यासी अटाली में एनएच का खराब स्कूल रास्ता ठीक कराने का अनुरोध किया गया। जिलाधिकारी ने एनएच के अधिकारी को स्कूल के रास्ते को शीघ्र प्राथमिकता पर ठीक करवाने तथा जल संस्थान एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था दूरस्त रखने के निर्देश दिये गये। इस दौरान सीएमएस अनिल कुमार, एसडीएम देवेन्द्र नेगी, सीएओ अभिलाषा भट्ट, सीवीओ आशुतोष जोशी, कोषाधिकारी दीपिका चैहान, उरेडा अधिकारी एम.एम. डिमरी, एआर कॉपरेटिव सुरेन्द्र पाल, ईई लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता, ईई सिंचाई खण्ड द्वितीय कमल सिंह, ईई लोनिवि आशुतोष, डीईओ माध्यमिक उमा पंवार, बीईओ नरेन्द्रनगर ओ.पी. वर्मा, एडीपीआरओ शिवराज चैहान, तहसीलदार ए.पी. उनियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।