देहरादून: पंचकेदार में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ आगमन पर आयोजित एक दिवसीय तुंगनाथ महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनन्द उठाया।
भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में आयोजित तुंगनाथ महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंच केदार के आंचल में बसे भू-भाग को विश्व में बड़ी श्रद्धा से जाना जाता है। इसलिए प्रतिवर्ष सैकड़ो तीर्थ यात्री यहाँ के पावन तीर्थों में आकर अपने को धन्य महसूस करते है। उन्होंने भगवान तुंगनाथ के धाम व शीतकालीन गद्दी स्थल की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि इस माटी में पदार्पण करने से मनुष्य को अपार शान्ति मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है, तथा आगामी 5 नवम्बर को केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 400 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से 2024 तक कर्णप्रयाग तक रेलवे लाइन का कार्य पूरा हो जायेगा तथा चार धाम परियोजना का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दर्जनों जन कल्याणकारी योजनायें संचालित की जा रही हैं। जिसका लाभ हर ग्रामीण को मिल रहा है। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उपनल कर्मियों, आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में वृद्धि कर दी गयी है तथा आंगनबाड़ी कार्यत्रियों के मानदेय में जल्द कार्यवाही की जायेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने तुंगनाथ महोत्सव को जिला स्तरीय महोत्सव तथा मक्कू गाँव में स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा की।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा अनेकों योजनाओं का संचालन किया जा रहा है तथा प्रदेश भाजपा सरकार में साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में ऐतिहासिक विकास हुआ है। पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश उन्नति के पथ पर अग्रसर है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, केदारनाथ विधायक श्री मनोज रावत, क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट सहित जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।