देहरादून | राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के 6वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को उपाधियां और गोल्ड मेडल प्रदान किए। राज्यपाल के द्वारा 2018 बैच की हर्षिता चौहान को डॉ.स्वामी राम बेस्ट नर्सिंग ग्रेजुएट अवार्ड से नवाजा गया। दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि मनुष्य के जीवन में शिक्षा,जीवन के अंतिम क्षण तक अनवरत गतिमान रहती है। दीक्षांत के आज इस पड़ाव के उपरान्त लक्ष्यों को प्राप्त करने की आपकी यात्रा शुरू हो रही है। इसमें सफलता हेतु मैं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में नारी शक्ति का सशक्तिकरण, उत्तराखण्ड राज्य को इस दशक में देश का विकसित राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि पी.एच.डी. और गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले 15 उपाधि धारकांे में से 14 छात्राएं हैं जो इस बात का परिचायक है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महिलाओं के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयां हासिल करेगा।
राज्यपाल ने कहा कि शिवजी के त्रिशूल की भांति तीन मंत्रों, अन्तर्निहित शक्ति, खुश रहने की कला एवं निस्वार्थ भाव से सेवा को अपने जीवन में अपनाकर आप सभी उपाधि धारक राज्य एवं राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान दे सकते है। राज्यपाल ने कहा कि अब आप स्वयं लीडर हो और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक योद्धा की भांति आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करो, निसंदेह सफलता आपके कदम चूमेगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि स्वामी राम जी के स्थापित आदर्शों का अनुसरण करते हुए निस्वार्थ सेवा का प्रण लें। इसके साथ ही आप अपने समाज एवं राष्ट्र के लिए क्या कर सकते हैं इस पर भी चिंतन अवश्य करें।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के जन्म स्थान तोली में, व्यावसायिक कौशल प्रदान करने के लिए हिल कैम्पस की स्थापना ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा साथ ही पलायन की समस्या को कम करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय के हिमालयन अस्पताल आयुष्मान योजना के अंतर्गत सेवाएं प्रदान करने में देश में पहले स्थान पर है। विश्वविद्यालय ने उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए और उभरते उद्यमियों के प्रशिक्षण के लिए इनक्यूबेशन सेल शुरू किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
राज्यपाल ने कहा कि आप इस नई यात्रा में आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार करें। चुनौतियों को अपने विकास के अवसरों के रूप में बदलें। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करते हुए अपने जीवन में सफल होकर राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति विजय धस्माना ने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में सीखने की लालसा निरन्तर बनी रहनी चाहिए। आने वाले समय में आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आप चुनौतियों का सामना धैर्य और दृढ़ता से करते हुए अपने लक्ष्यों को हासिल करें। उपकुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों एवं क्रियाकलापों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगोली, महानिदेशक अकादमिक विकास, डॉ. विजेन्द्र चौहान, रजिस्ट्रार सुशीला शर्मा सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के अन्य सदस्य और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।