देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस सांसद के पास 300 करोड़ के काला धन की बरामदगी पर तंज कसते हुए कहा कि उसका स्वरूप पहले ही बदल चुका था और उसकी पहचान इंडियन नेशनल कांग्रेस के बजाय इंडियन करप्ट कांग्रेस हो गयी है। कांग्रेस करप्शन के अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़कर नए ऑल टाइम रिकॉर्ड बना रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कटाक्ष किया कि एक बार फिर साबित हुआ, कांग्रेस का हाथ भ्रष्टाचारियों के साथ है।
कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर पकड़े गए नोटो के अंबार को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने इसे कांग्रेस का असली करप्शन वाला चेहरा बताया है। उन्होंने तंज किया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब भी उनके नेताओं के पास काले धन की बरामदगी होती थी और आज सत्ता से लगभग दूर होने के बाद भी उनके ही नेताओं के पास ही नोटों की टकसाल मिल रही है। भ्रष्टाचार में सिर तक डूबी कांग्रेस के नेता, काली कमाई में लगातार अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड रहे हैं । उनके सांसद के पास से लगभग तीन सौ करोड़ से भी अधिक कैश की बरमादगी होना आजाद भारत के इतिहास में सबसे अधिक है और अभी तो बरामदगी व गिनती जारी है। यदि उनके एक सांसद पर इतनी काला धन है तो उनकी पार्टी के सभी सांसदों पर कितना होगा । स्पष्ट नजर आ रहा है कि यह सब उनकी शह पर ही किया जा रहा है।
श्री भट्ट ने आरोप लगाया कि कांग्रेस करप्शन का दूसरा नाम है, लिहाजा जहां इनकी सरकार या सांसद या नेता हों वहां काले धन का जखीरा मिलना तय है। उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस के स्थानीय नेता भी इससे अछूते नहीं है, उनको भी देश ने कैमरे पर राज्य को लूटने का लाइसेंस देते बखूबी देखा है। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी के राज्य से लेकर दिल्ली में बैठे नेता भ्रष्टाचार के आरोप में या जेल में हैं या बेल पर हैं। उन्होंने कहा, यही काले धन के कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का पूरा जिम्मा उठाए थे । साथ ही इनको दो दो बार लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस ने 2010 से राज्यसभा में बैठाया हुआ है। स्पष्ट प्रतीत होता है कि अपने हर भ्रष्टाचारी नेता को कांग्रेसी आलाकमान किस तरह शरण देता है। पैसे लेकर राज्यसभा सांसद बनाने का यह कांग्रेसी कल्चर एक बार फिर जनता के सामने आया है । इससे पूर्व भी कांग्रेस और उनके घमंडी गठबंधन के नेताओं पर काले धन का जखीरा मिलता रहा है। चाहे बेंग्लेरू में कांग्रेस नेता के घर 42 करोड़ का कैश मिलने की बात हो, चाहे यूपी चुनाव के समय यूपी ने पियूष जैन के ठिकानों पर 200 करोड़ का कैश मिलना हो, चाहे ममता दीदी के मंत्री पार्थ चटर्जी के पास 50 करोड़ कैश और गोल्ड का पाया जाना हो, या चेन्नई में 142 करोड़ का काला धन मिलना हो । इसी तरह झारखंड की इंडी सरकार में 550 करोड़ का मनरेगा घोटाला, कोयला एवं खनन घोटाले में 1500 करोड़, ग्रामीण विकास निधि में 1500 करोड़, भूमि घोटाले में 3000 करोड़, शराब घोटाले में 1500 करोड़ सहित अनेकों प्रकरण हैं जिन्हे मीडिया की मदद से भाजपा ने प्रमुखता से उठाया है। उन्होंने राहुल गांधी समेत सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे निशाना साधते हुए कहा, हैरानी है कि उनके सांसद के पास ब्लैक मनी के सैकड़ों करोड़ रुपए पाए गए और ये सभी निशब्द होकर बैठे हैं । उन्होंने कटाक्ष किया कि लगता है, राहुल गांधी की मुहब्बत की दुकान में खूब बिक्री हुई है। सारी मुहब्बत भ्रष्टाचारियों पर लुटा दी गई, तभी हिंदुत्व और सनातन के लिए उनकी दुकान में नफरत ही शेष बची है। श्री भट्ट ने कहा, विपक्ष का घमंडी गठबंधन भ्रष्टाचार की गारंटी है तो पीएम मोदी भ्रष्टाचारियों के सफाए की गारंटी है । उन्होंने जनता को भरोसा और कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा, मोदी जी की गारंटी है कोई भ्रष्टाचारी नही बचने वाला। लिहाजा मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारें बेइमानों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है और जनता की गाढ़ी कमाई के पाई-पाई का हिसाब ले रही हैं।