देहरादून। भाजपा ने संसद सुरक्षा मे चूक के मुद्दे पर हंगामे को अनौचित्यपूर्ण और राजनीति से पूरी तरह प्रेरित बताते हुए कहा कि 3 राज्यों में मिली हार से विपक्षी बौखला गए है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, सदन के बाहर प्रदर्शन में विपक्षी सांसदों का सभापति को लेकर किया अमर्यादित आचरण दर्शाता है कि वह संवैधानिक संस्था और नियमो के प्रति कितनी गंभीर है। मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि संसद सुरक्षा के उल्लघंन की कोशिश पर निंदा के बजाय विपक्ष का परोक्ष समर्थन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
आज देश शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले महत्वपूर्ण बिलों का सकारात्मक चर्चा के साथ पास होने का इंतजार कर रहा है । लेकिन कांग्रेस और विपक्ष हाल के 3 राज्यों में मिली हार से इस कदर निराश और बौखलाया हुआ है कि संसदीय कार्यवाही में व्यवधान की सभी सीमाएं लांघ रहा है। इस सत्र में जम्मू कश्मीर में आरक्षण, चुनाव आयोग, आईपीसी, केंद्र शासित राज्य पुनर्गठन समेत लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा एवं विमर्श होना है । लेकिन जनता की उम्मीदों एवं संसद संचालन व्यय को तिलांजलि देकर विपक्ष देशहित पर राजनीति को तरजीह दे रहा है। ऐसे में लोकसभा और राज्यसभा से हंगामा करने वाले सांसदों का निलंबन पूर्णतया उचित है।
संसद के बाहर विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन की तस्वीरों को आपत्तिजनक बताते हुए श्री भट्ट ने कहा, सदन के सभापति का टीएमसी सांसद द्वारा मजाक उड़ाना और राहुल गांधी का उसे मोबाइल में रिकार्ड करना, विपक्षी माननीयों का अमाननीय एवं अशोभनीय आचरण दर्शाता है । जो यह बताने के लिए काफी है कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले विपक्ष के मन में लोकतांत्रिक परम्पराओं एवं मर्यादा का कितना सम्मान है । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस और विपक्ष हाल के चुनावों में मिली करारी हार से इस कदर बौखला गया है कि भाजपा विरोध करते करते वह देश विरोधी गतिविधियों के समर्थन पर उतर आया है ।