देहरादून।बुधवार को दशम पातशाह श्री गुरू गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश में प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरूपर्व को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की गईं थी। ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा के अनुसार 4 से 16 जनवरी तक प्रतिदिन प्रातः 5.15 बजे से प्रभात फेरियो का आयोजन किया गया,जो गुरूद्वारा सिंह सभा से प्रारंभ होकर गुरबाणी कीर्तन व जयकारों के साथ शहर के विभिन्न स्थानों की परिक्रमा करते हुए गुरुद्वारा साहिब पर आकर समाप्त होती थी! 15 जनवरी से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के अखण्ड पाठ प्रारंभ हुए जो कि आज प्रातः09.00 बजे सम्पन्न हुए। गुरूद्वारा साहिब के सेवादारों द्वारा निशान साहिब चोले की सेवा भी की गई। गुरू पर्व के पावन अवसर पर कीर्तनीय रागी जत्था भाई हरदियाल सिंह व भाई कृपाल सिंह जी हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर तथा भाई गुरबचन सिंह ‘लाली’ जी रागी दिल्ली वालों द्वारा प्रस्तुत किए गए गुरबाणी कीर्तन से गुरू दरबार में उपस्थित संगतें निहाल हो गई। साथ ही गुरूद्वारा ट्रस्ट द्वारा संचालित गुरमत संगीत बाल विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी मनोहर गुरबाणी कीर्तन से संगतों को मंत्र मुग्ध किया।
कथावाचक भाई गुरमेल सिंह जी ने भी गुरू महाराज से प्रेरित सिख इतिहास से जुड़ी कथाओं का व्याख्यान किया। इस धार्मिक अनुष्ठान के समय गुरूद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा जी एवं सेक्रेट्री व ट्रस्टी सरदार रविंदर सिंह जी भी उपस्थित रहे। बिन्द्रा जी ने बताया कि ऋषिकेश नगर के अलावा हरिद्वार, बादशाहपुर, पुरू का टांडा खुशहालीपुर डालूवाला, कुड़कावाला, बुग्गावाला, औरंगाबाद, टीरा टोंगिया, लालवाला खालसा, लालवाला मजबता, हलजौरा, इनायतपुर, बुधवा शहीद, ब्रहामपुर, इब्राहिमपुर, डांडियो, बिहारीगढ़, हरिपुर, लक्कड़घाट, श्यामपुर, नूनावाला, छिद्दरवाला, लालतप्पड़, शेरगढ़, डोईवाला आदि इलाकों से हजारों की संख्या में आई संगतें गुरू दरबार में हाजिर हुईं तथा गुरूघर का लंगर रूपी प्रसाद ग्रहण किया।
प्रकाश पर्व पर गुरूद्वारा परिसर को फूलों, विभिन्न प्रकार के सजावटी साजो सामान एवं लाईटों से भी सजाया गया। सिख धर्म से जुड़े अस्त्रों-शस्त्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इनके अलावा गत्तका पार्टी द्वारा दिखाए गए हैरत अंगेज करतब देखकर संगतें काफी उत्साहित व आश्चर्यचकित हुईं। रात्रि समय भी गुरू दरबार में उपस्थित संगतों ने गुरबाणी कीर्तन का भरपूर आनंद लिया तथा सरोवर के पास दीये प्रकाशित किए गए एवं आतिश बाजी भी की गई जो कि संगतों के लिये आकर्षणीय क्षण रहा। गुरूपर्व के अवसर पर गुरूद्वारा परिसर में धार्मिक, शेक्षणिक, राजनीतिक एवं विभिन्न वर्गों की हस्तियां भी मौजूद रहीं। इनमें कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, उत्तराखण्ड संस्कुत विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर दिनेश चंद शास्त्री, उत्तराखण्ड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसम कंडवाल, नगर निगम ऋषिकेश की निवर्तमान मेयर अनीता ममगाईं, नगर आयुक्त शैलेंद्र सिंह नेगी, निर्मल आश्रम से संत बाबा राम सिंह महाराज जी उपस्थित हुए। इनके अलावा गुरूद्वारा सिंह सभा के प्रधान गुरमेल सिंह, अजीत सिंह गोल्डी, गुरविंदर सिंह, महंत बलबीर सिंह, मंगा सिंह, बूटा सिंह, एस.एस. बेदी, उशा रावत, मनमोहन शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा, हरीश धींगड़ा, विक्की सेठी आदि गणमान्य व्यक्तियों ने भी गुरू दरबार में नतमस्तक होकर गुरू महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।