देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने महामहिम राज्यपाल से हल्द्वानी के बनभूलपुरा स्थित मलिक के बगीचे में घटित घटना की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से कराये जाने तथा उत्तराखण्ड सरकार के काबीना मंत्री गणेश जोशी को बर्खास्त किये जाने मांग की है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि महामहिम राज्यपाल को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि 8 फरवरी को जनपद नैनीताल में हल्द्वानी के बनभूलपुरा स्थित मलिक के बगीचे में घटित घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है जिसकी कांग्रेस पार्टी कठोर शब्दों में भर्त्सना करती है। करन माहरा ने महामहिम राज्यपाल को यह भी अवगत कराते हुए कहा कि हल्द्वानी में घटित उपरोक्त घटना के उपरान्त प्रदेश सरकार के वरिष्ठ काबिना मंत्री गणेश जोशी द्वारा इलेक्ट्रोनिक मीडिया चैनल न्यूज-18 उत्तराखण्ड उत्तर प्रदेश पर 8 फरवरी को सायं 7:30 बजे कांग्रेसजनों पर इस घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाकर मामले को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुःखद है। काबिना मंत्री गणेश जोशी द्वारा लगाया गया आरोप कांग्रेस पार्टी की नीतियों एवं सिद्धांतों के खिलाफ है तथा इससे कांग्रेस पार्टी की धर्मनिरपेक्ष छवि को भी धूमिल करने का प्रयास किया गया है। गणेश जोशी के बयान से न केवल कांग्रेस पार्टी के 138 सालाना इतिहास को आघात लगा है अपितु कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी भारी ठेस पहुंची है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रकार की अनर्गल बयानबाजी से प्रदेश सरकार के वरिष्ठ काबिना मंत्री गणेश जोशी ने न केवल मंत्री पद की गरिमा को गिराया है अपितु उनके द्वारा कांग्रेसजनों के खिलाफ इलेक्ट्रोनिक मीडिया मे ंदिये गये आपत्तिजनक एवं विवादित बयानों से उत्तराखण्ड जैसे शांत प्रदेश का साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने की भी चेष्टा की गई है। काबिना मंत्री गणेश जोशी द्वारा बदनीयती से जानबूझ कर कांग्रेस नेताओं एवं कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की नीयत से अनर्गल बयानबाजी की गई जो कि एक आपराधिक कृत्य है जिसके उपरान्त वे मंत्री पद पर बने रहने का अधिकार खो चुके हैं। करन माहरा ने राज्यपाल को यह भी अवगत कराया कि स्वयं उनके द्वारा घटना स्थल का दौरा करने पर वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत में स्पष्ट रूप से सरकार और स्थानीय प्रशासन की विफलता सामने आई है। तोड़-फोड की कार्रवाई से पूर्व स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई सर्वे नहीं कराया गया और न ही लोकल इंटेलीजेंस द्वारा सरकार को घटना स्थल की सही स्थिति की जानकारी दी गई। हल्द्वानी की घटना में हिन्दू-मुस्लिम जैसी कोई बात नहीं थी यह घटना केवल एक सम्प्रदाय विशेष के धार्मिक स्थल को तोड़े जाने की प्रशासन की कार्रवाई का विरोध था जो केवल सरकार और प्रशासन की विफलता है तथा जिसे भाजपा सरकार के मंत्री द्वरा साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने महामहिम राज्यपाल से मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी हल्द्वानी में घटी घटना में मारे गये लोगों के प्रति दुःख व्यक्त करती है तथा घायल लोगों एवं पत्रकारों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए संवैधानिक संरक्षक होने के नाते आपसे आग्रह करती है किः- हल्द्वानी के बनभूलपुरा स्थित मलिक के बगीचे में घटित घटना की उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से जांच कराई जाय। प्रदेश सरकार के काबिना मंत्री गणेश जोशी की अनर्गल बयानबाजी का संज्ञान लेते हुए उन्हें मंत्री पद से तुरंत बर्खास्त किया जाय। नैनीताल के जिलाधिकारी एवं एसएसपी को उनके पद से हटाते हुए घटना के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय तथा घटना मे मारे गये लोगों के परिजनों तथा घायल पत्रकारों एवं अन्य लोगों को उचित मुआवजा दिया जाय। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने यह भी बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से थाना कोतवाली देहरादून में काबीना मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुए सक्षम धाराओं में कानूनी कार्रवाई की भी मांग की गई है।