देहरादून। राजपुर क्षेत्र में हुई चोरी की घटना का दून पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना को अजांम देने वाले 1 शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त के कब्जे से घटना में चोरी की गई लगभग 05 लाख रू0 अनुमानित कीमत की ज्वैलरी तथा नगदी बरामद की गई है। गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है, जिस पर चोरी, लूट, डकैती के डेढ़ दर्जन अभियोग पंजीकृत हैं। अभियुक्त द्वारा बेहद शातिराना अंदाज में घटनाओं को अंजाम दिया जाता था। अभियुक्त सीसीटीवी से बचने के लिये जंगलों, नदी-नालों के रास्ते होते हुए घटनास्थल तक जाता था।
राजपुर क्षेत्र में घटना को अंजाम देने से पूर्व भी अभियुक्त द्वारा घटनास्थल के पास स्थित एक नाले में 05 घंटे तक छिपकर इंतेजार किया था।
थाना राजपुर क्षेत्रान्तगर्त जाखन कैनाल रोड के पास दुर्गा विहार में रात के समय लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव गर्ग पुत्र वीरेंद्र नाथ गर्ग निवासी दुर्गा विहार केनाल रोड के बंद घर में अज्ञात चोर द्वारा चोरी की घटना को अजांम देते हुए घर से गहने, आभूषण व नगदी चोरी कर लिये थे। घटना के सम्बंध में वादी द्वारा दी गई लिखित तहरीर के आधार पर थाना राजपुर में तत्काल सम्बन्धित धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना के अनावरण हेतु तत्काल अलग-अलग टीमो का गठन कर घटनास्थल व आसपास आने जाने वाले मार्गो पर लगे लगभग 200 कैमरे सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया, साथ ही घटना में शामिल अभियुक्तो के संबंध में जानकारी एकत्रित करने हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया। पुलिस द्वारा किये गए प्रयासों सेे मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा घटना में शामिल अभियुक्त नासिर को आजाद कॉलोनी आईएसबीटी पटेल नगर से गिरफ्तार किया गया, अभियुक्त के कब्जे से घटना में चोरी की गई लगभग 05 लाख रू0 अनुमानित कीमत की ज्वैलरी बरामद की गई। पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया कि उसके पास से बरामद ज्वैलरी को उसके द्वारा जाखन कैनाल रोड स्थित एक बंद घर से चोरी किया गया था, जिसे वह बेचने की फिराक में घूम रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है, जिस पर चोरी, लूट, डकैती के डेढ दर्जन अभियोग पंजीकृत है। अभियुक्त द्वारा किसी घटना को अजांम देने से पूर्व घटनास्थल की अच्छी तरह से रैकी की जाती है तथा घटना स्थल के आस-पास लगे कैमरों से बचने के लिये वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग किया जाता है। घटना को अंजाम देने से पहले अभियुक्त सिटी बसध्विक्रम के माध्यम से घटना स्थल से एक से डेढ कि0मी0 पहले उतर जाता है तथा पूर्व में चिन्हित किये गये वैकल्पिक मार्गों, जगंलध्नालों से होते हुए घटनास्थल पर जाकर घटना को अंजाम देता है। राजपुर क्षेत्र में घटना को अंजाम देने से पूर्व भी अभियुक्त द्वारा घटना स्थल तक पहुँचने के लिये नाले का इस्तेमाल किया था तथा घटना को अंजाम देने के लिये 05 घंटे तक उसी नाले में छिपा रहा था।