देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल ने रविवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। श्री अग्रवाल ने गत दिवस कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। श्री अग्रवाल के कांग्रेस को छोड़ने से कांग्रेस को गहरा झटका लगा है,विशेष तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिये ये बड़ा झटका है,अग्रवाल रावत के काफ़ी करीबी माने जाते थे!
रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दिनेश अग्रवाल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, डा. रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई नेताओं ने उनका स्वागत किया।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि दिनेश अग्रवाल पिछले काफी समय से कांग्रेस में खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। शनिवार को लंबे गिले-शिकवों के बाद उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया। दिनेश अग्रवाल सात बार विधायक का टिकट पाने, मेयर का टिकट पाने और मंत्री भी रह चुके हैं। दिनेश अग्रवाल 1993 और 1996 में उत्तर प्रदेश के समय देहरादून विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हरबंस कपूर से हार गए। राज्य बनने के बाद 2002 व 2007 में लगातार दो चुनाव में उन्होंने लक्ष्मण चैक सीट पर नित्यानंद स्वामी को हराया। फिर 2012 में धर्मपुर विधानसभा सीट पर प्रकाश ध्यानी को हराकर विधायक बने। 2017 के चुनाव में वह भाजपा के विनोद चमोली से हार गए। इसके बाद 2018 में मेयर नगर निगम का चुनाव भी हार गए। इन दो हार के बाद से दिनेश अग्रवाल पार्टी में तो रहे, लेकिन उनकी भूमिका ज्यादा प्रभावशाली नहीं थी। पिछले कुछ दिनों से उनके बगावती सुर सुनने को मिलने लगे थे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने उन्हें मनाने की पुरजोर कोशिश की जिसमें वे नाकाम रहे।