उत्तरकाशी। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में इस बार यात्रा शुरू होने के बाईस दिनों के भीतर ही पांच लाख से अधिक तीर्थयात्री पहॅुच चुके हैं। यह आंकड़ा अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों आवागमन के बावजूद यात्रा सुचारू और सुव्यवस्थित रूप से जारी है। आज गंगोत्री धाम में 8836 तथा यमुनोत्री धाम में 11116 श्रद्धालु पहॅुचे। गत 10 मई को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के दिन से ही इन दोनों धामों पर बड़ी संख्या में यात्रियों का आगमन हो रहा है। मौजूदा यात्राकाल को आज 22 दिन पूरे हो चुके हैं और इन दौरान उत्तरकाशी जिले में अवस्थित इन दोनों धामों में 513402 श्रद्धालुओं का पदार्पण हो चुका है। जबकि इन दोनों धामों में पॉंच लाख का आंकड़ा वर्ष 2023 में 31 दिन में और वर्ष 2022 में 34 दिन में पूरा हुआ था।
इस बार की यात्रा में पिछले सालों के ट्रेंड में भी बदलाव आया है और यमुनोत्री धाम में अपेक्षाकृत अधिक यात्रियों का आगमन हो रहा है। यमुनोत्री धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा गत दिन 21 दिनों की अवधि में ही ढाई लाख को पार कर गया था। इस बार आज तक 22 दिनों में यमुनोत्री धाम में 261942 तीर्थयात्री पहॅुच चुके हैं। जबकि ढाई लाख तीर्थयात्रियों के आंकड़े पार करने में वर्ष 2023 में 32 दिन (250191) तथा 2022 में 38 दिन (250818) का समय लगा था।
गंगोत्री धाम में भी इस बार निरंतर भी पिछले साल की तुलना में काफी अधिक श्रद्धालुओं के आगमन का क्रम जारी है। गंगोत्री में इस बार 22 दिनों के भीतर ही तीर्थयात्रियो का आंकड़ा ढाई लाख के पार हो गया है। धाम में आज तक 251460 तीर्थयात्री पहॅॅुंच चुके हैं। जबकि गंगोत्री में इससे पहले ढाई लाख यात्रियों की आमद पूरा होने में वर्ष 2023 में 30 दिन (253962) तथा वर्ष 2022 में 29 दिन (2542256) लगे थे।
इन दोनों धामों में इस बार भरी संख्या में वाहनों का आवागमन हुआ हैं। अब तक गंगोत्री में 22355 तथा यमुनोत्री में 21170 और दोनों धामों में कुल 43525 वाहन पहॅुचे चुके हैं।
रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आवागमन को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा व्यवस्थाओं को निरंतर चाक-चैबंद बनाए रखने के साथ ही धामों, पड़ावों व यात्रा मार्गों पर यात्री सुविधाओं को बढाने पर विशेष ध्यान दिया दिया है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने खुद अनेक बार दोनों धामों के यात्रा पड़ावों व मार्गों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को भी निरंतर धामों, यात्रा पड़ावों व मार्गों पर तैनात किया हुआ है। यात्रियों की सुविधा व सहायता के लिए समूचे यात्रा मार्गों पर इंतजामों को बढाया गया है। यात्रा प्रबंधन एवं भीड़ नियंत्रण के लिए भी प्रशासन के स्तर पर अनेक महत्वपूर्ण फैसले लेकर उन पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप यात्रा व्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है और यातायात सुगम व सुचारू बना हुआ है।