देहरादून। भाजपा ने उपचुनाव परिणामों को स्वीकार करते हुए, दोनों विधानसभा के मतदाताओं का समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है। पार्टी जनादेश की समीक्षा करेगी। पार्टी कांग्रेस के दुष्प्रचार का निकाय और केदारनाथ उप चुनाव मे हिसाब चुकता करेगी। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब मे कहा कि पार्टी जनादेश की समीक्षा करेगी और जो भी वादे विकास को लेकर वहां की जनता से किए गए उन्हे हमारी सरकार अवश्य पूरा करेगी। उन्होंने कांग्रेसी दुष्प्रचार पर पलटवार करते हुए कहा कि फैजाबाद लोकसभा की अयोध्या विधानसभा में हम जीते हैं और बद्रीनाथ सीट पहले से ही कांग्रेस के पास थी। इसका करारा जवाब जनता कांग्रेस को निकाय, पंचायत और केदारनाथ चुनाव में देगी। उन्होंने स्वीकार किया कि नतीजा हमारे अनुकूल नहीं रहे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बहुत निष्ठा से काम किया है और मंगलौर की जनता को तो वह हृदय से आभार व्यक्त करते हैं कि जहां हमारी जमानत जब्त होने की स्थिति होती थी वहां हम उन्हे हराने की स्थिति में पहुंच गए हैं। रही बात बद्रीनाथ की तो विधानसभा हमारी पास नहीं थी और कांग्रेस अपनी सीट को बचाने में सफल रही है, वह उनको बधाई देते हैं। लेकिन कांग्रेस को अति उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि भाजपा जहां थी वही है और एक सीट कांग्रेस ने मंगलोर की सीट बसपा से छीनी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजेंद्र भंडारी ने क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा को ज्वाइन किया था, लिहाजा वह वहां की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि जो जो वादे उन्होंने वहां की जनता से किए थे उन्हें पूरा किया जाएगा। साथ ही मंगलोर की जनता ने कांग्रेस के बाहरी होने के आरोपों को नकारते हुए, भाजपा प्रत्याशी करतार बढाना आशीर्वाद दिया। उस ऋण को हमारी सरकार क्षेत्र के विकास की गति तीव्र करके देंगे । जनादेश की समीक्षा हम करेंगे और जो भी कमी पाई जाएगी उसमे सुधार किया जाएगा। बाहर से आए पार्टी उम्मीदवारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, राजनैतिक दलों से विभिन्न पार्टियों से लोग आते रहते हैं। जिनमे कुछ को टिकट भी दिया जाता है उनमें कुछ जीत भी जाते हैं और कुछ हार भी जाते हैं। चुनाव नतीजों की समीक्षा की जायेगी और जहां भी कुछ सुधार की गुंजाइश होगी वहां सुधार भी किया जाएगा।
भट्ट ने कांग्रेसी प्रतिक्रिया को लेकर कटाक्ष किया कि सत्ता दल के साथ कांग्रेस के लिए भी यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण था। क्योंकि हमारे पास तो दोनों सीटें पहले भी नही थी, लेकिन कांग्रेस के लिए जीतना बहुत जरूरी था। लेकिन कांग्रेस की यह जीत अकेले दम पर नहीं है क्योंकि यूकेडी, वामपंथी समेत तमाम दलों का समर्थन उन्हे था। बावजूद इसके कभी बड़े अंतर से जीतने वाली कांग्रेस मात्र 422 मतों के अंतर से भाजपा से जीत पाई है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा अयोध्या के बाद बद्रीनाथ हारने के दुष्प्रचार पर पलटवार कर कहा कि कांग्रेस अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रही है यह कहकर कि राम जन्मभूमि में राम मंदिर हार गया और बद्रीनाथ में बद्रीनाथ धाम हार गया। जबकि सच्चाई यह कि फैजाबाद लोकसभा परिणामों में अयोध्या विधानसभा में हम जीते हैं और बद्रीनाथ सीट तो पहले से ही कांग्रेस के पास थी। लिहाजा दोनों जगह से नकारने की बात पूरी तरह अनर्गल है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस को बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आगे आने वाले दिनों में निकाय एवं पंचायत चुनाव और केदारनाथ उपचुनाव सामने हैं, जिसमें जनता उन्हे करारा सबक सिखाएगी।