देहरादून : पिछले दिनों सरकार ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग कर दिया था। लेकिन अब सरकार ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले श्री बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) का गठन कर दिया। मंदिर समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भाजपा के युवा नेता एवं पूर्व दायित्वधारी अजेंद्र अजय भट्ट को सौंपी गई है। इसके साथ ही समिति के उपाध्यक्ष, सीईओ और 13 सदस्यों की नियुक्ति भी कर दी गई है। इस संबंध में सात जनवरी को संस्कृति, धर्मस्व, तीर्थाटन प्रबंधन एवं धार्मिक मेला एचसी सेमवाल की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई थी।
बता दे कि दिसंबर में हुए विधानसभा के अंतिम सत्र में सरकार ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम निरसन विधेयक पारित किया। राजभवन से इसे हरी झंडी मिलने के बाद देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग कर दिया गया I जिसके बाद चारधाम के लिए पूर्व व्यवस्था बहाल कर दी गई। इस क्रम में बदरीनाथ व केदारनाथ की व्यवस्था के लिए श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ मंदिर अधिनियम 1939 प्रभावी हो गया, जिसके अंतर्गत अब फिर से बदरी-केदार मंदिर समिति गठित की गई है। यह समिति दोनों धामों की व्यवस्था देखेगी, जबकि शेष दो धामों की अपनी-अपनी मंदिर समितियां हैं।
अधिसूचना के अनुसार बीकेटीसी के अध्यक्ष पद पर अजेंद्र अजय भट्ट (रुद्रप्रयाग) को नियुक्त किया गया है। वहीं, किशोर पंवार (चमोली) को उपाध्यक्ष और आइएफएस बीडी सिंह को समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। समिति सदस्यों में आशुतोष डिमरी, श्रीनिवासन पोश्ती, कृपाराम सेमवाल, जयप्रकाश उनियाल, बीरेंद्र असवाल, नंदा देवी, रणजीत सिंह राणा, महेंद्र शर्मा, भाष्कर डिमरी, पुष्कर जोशी व राजपाल सिंह जड़धारी शामिल हैं। ऋषि प्रसाद सती व आचार्य रामानंद सरस्वती को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। इन सभी सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा।