नितिन देव हत्याकांड का खुलासा,हत्या की साजिश दून जेल में रची गई

देहरादून। जनपद टिहरी गढ़वाल के थाना मुनि की रेती क्षेत्रान्तर्गत डैक्कन वैली सोसाइटी,तपोवन में हाईड आउट कैफे एवं जीवन उत्सव रिजॉर्ट के संचालक नितिन देव की बीते दिनों अज्ञात स्कूटी सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।                                                                   उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल के निर्देशन में त्वरित व समन्वित कार्रवाई करते हुए विवेचना प्रारंभ की गई, जिसमें तकनीकी विश्लेषण,फील्ड इन्वेस्टिगेशन, सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस, व आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच के साथ-साथ 6 विशेष टीमें गठित कर अन्तर्राज्यीय स्तर पर दबिश दी गई। जांच में चैंकाने वाला तथ्य सामने आया कि इस सुनियोजित हत्या की साजिश देहरादून जेल में रची गई थी।                                                               नितिन द्वारा विपिन के खिलाफ बलात्कार और पोक्सो के मामले में सख्त पैरवी की गई थी, जिससे वह जेल गया। इसी बात को लेकर विपिन ने बदला लेने की ठान ली।
जेल में उसकी मुलाकात कुख्यात अपराधी रामवीर सिंह से हुई, जिसके माध्यम से हत्या की सुपारी बिहार निवासी अपराधी बिमलेश उर्फ विकास तक पहुंचाई गई। विपिन नैय्यर ने जेल से जमानत पर छूटने के बाद एक बार फिर साजिश को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली व ऋषिकेश में बिमलेश से कई बार मुलाकात की और दो शूटरों को मृतक के पड़ोस में डैक्कन वैली के फ्लैट में फर्जी आईडी पर ठहराया गया। शूटरों ने मृतक की गतिविधियों पर कई दिनों तक रेकी की और अंततः हत्या की वारदात को अंजाम दिया। टिहरी पुलिस द्वारा की गई सतत एवं गहन विवेचना के दौरान मोबाइल सर्विलांस, बैंकिंग ट्रांजेक्शन और फील्ड सूचना संकलन के माध्यम से 16 मई को अभियुक्त बिमलेश उर्फ विकास को बिहार से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने हत्या की साजिश, सुपारी कनेक्शन तथा अन्य अभियुक्तों की संलिप्तता की पुष्टि की है।                                                                जनपद टिहरी पुलिस द्वारा अल्प समय में किए गए इस उत्कृष्ट कार्य  के लिए पुलिस महानिदेशक  दीपम सेठ ने पुलिस टीम को 50 हज़ार का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।                                    साथ ही फरार शूटरों व अन्य संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के निर्देश भी टिहरी को दिए हैं।