देहरादून: आयुर्वेदिक विश्विद्यालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से 1.42 करोड़ रुपये की ठगी में वर्ष 2019 से फरार चल रही महिला को एसओजी और नेहरू कॉलोनी पुलिस ने संयुक्त रूप से मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तार करने वाली टीम को एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने दस हजार रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है।
मामले के मुताबिक वर्ष 2019 में आजाद डिमरी नाम के व्यक्ति ने गिरफ्तार महिला के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी पर लिखित तहरीर दी थीI जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में ओजस्वी एसोसिएट नाम से फर्म संचालित करने वाले मृणाल धूलिया व योगिता धूलिया ने उत्तरांखड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट के पदों पर नौकरी लगवाने व उत्तराखंड सरकार से 90 पदों का सृजन करने के एवज में कई बेरोजगारों से लगभग 01 करोड़ 42 लाख रुपये की ठगी कर दोनों पति पत्नी फरार हो गए हैI
प्राथमिकी के आधार पर थाना नेहरू कालोनी पुलिस ने दोनों आरोपियों पर अभियोग पंजीकृत करते हुए पुलिस कार्यवाही कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों अभियुक्त ठगी के बाद से ही फरार चल रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने कुशल सुरागरसी व इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से एक आरोपी मृणाल धूलिया 7 जुलाई 2020 को हरियाणा से गिरफ्तार किया थाI जो वर्तमान में जेल में है, परन्तु दूसरी आरोपी योगिता धूलिया लगातार फरार चल रही थी, जिसके चलते उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी होने के साथ उस पर 15 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर के ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के निर्देश के बाद इस मामले को लेकर थाना नेहरू कॉलोनी व एसओजी की संयुक्त टीम गठित कर मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। गठित टीम ने सर्विलांस व मुखबिरों की मदद से कार्यवाही करते हुए विगत चार साल से फरार चल रही ईनामी आरोपी योगिता धूलिया को 28 जुलाई-2022 को रायगढ़ महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ करने पर पता चला कि 38 वर्ष की योगिता धूलिया मृणाल धूलिया की पत्नी है, जो कि जनपद पौड़ी गढ़वाल, कोटद्वार के धुलकोट गांव की रहने वाली हैI हाल में वह नवी मुम्बई महाराष्ट्र के तलोजा रायगढ़ स्थित फ्लैट 401 बिल्डिंग नम्बर-12 ए-विंग गार्डिनिया में रह रही थीI
पुलिस ने बताया कि योगिता धूलिया ठगी के बाद से ही मुम्बई में ठिकाने बदल बदल कर रह रही थी, व अपनी पहचान गुप्त रखते हुए एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर कार्य कर रही थी। योगिता की गिरफ्तारी के बाद उसे स्थानीय न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर देहरादून लाया गया। अभियुक्ता को समय से न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
फरार इनामी अभियुक्ता की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दस हजार रूपये के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।