देहरादून: ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) और गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएटी) के बीच मानकीकृत कृषि प्रदर्शन फार्म (एसएडीएफ) के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर जीबीपीयूएटी के कुलपति डॉ. एम. एस. चौहान और बीआईएस के उप महानिदेशक (उत्तर) राजीव पी. उपस्थित थे।
एमओयू हस्ताक्षर समारोह में बीआईएस देहरादून के निदेशक और प्रमुख सौरभ तिवारी और बीआईएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। जीबीपीयूएटी से रजिस्ट्रार डॉ. दीपा विनय, अनुसंधान निदेशक डॉ. अजीत कुमार नैन, विभिन्न कॉलेजों के डीन और जीबीपीयूएटी में बीआईएस चेयर डॉ. एस. बी. सिंह उपस्थित थे।
यह बीआईएस और किसी कृषि विश्वविद्यालय के बीच एसएडीएफ के विकास के लिए हस्ताक्षरित पहला एमओयू है। इस एमओयू का उद्देश्य बीआईएस के सहयोग से जीबीपीयूएटी में एसएडीएफ का विकास करना है। एसएडीएफ का उपयोग भारतीय मानकों के अनुसार विभिन्न कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों के परीक्षण और प्रयोग के लिए किया जाएगा। इन फार्मों में कृषि इनपुट, उपकरण, जल प्रबंधन, कीट प्रबंधन और पोषक तत्व प्रबंधन भारतीय मानकों के अनुसार होंगे।
ये फार्म विभिन्न हितधारकों को कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों पर प्रशिक्षण देने, सिखाने, प्रदर्शित करने या जागरूकता पैदा करने के लिए उपयोग किए जाएंगे। ये फार्म कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाने, कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने और कृषि उत्पादों की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने में अत्यधिक मदद करेंगे।