देहरादून। पोलिसी व निवेश के नाम पर 1.30 करोड़ रूपये से अधिक की धोखाधड़ी करने वाले गैंग के एक और सदस्य को एसटीएफ द्वारा दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल मय सिम कार्ड, आधार कार्ड व एटीएम कार्ड भी बरामद किया गया है। गैंग के मुख्य आरोपी को एसटीएफ द्वारा पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि बीते दिनों ऐसा ही एक प्रकरण एसटीएफ के संज्ञान में आया था। जिसमें शिकायतकर्ता विनोद कुमारी बंसल के साथ अज्ञात आरोपियों द्वारा स्वंय को मैक्स लाईफ इन्सोरेन्स कम्पनी से बताते हुए उनसे विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर पोलिसी में समस्या बताते हुए उक्त समस्या को ठीक करने हेतु बैंक डिटेल प्राप्त कर पैसो की मांग की गयी थी व टेंडर में इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच देकर 95,10,900ध्कृ रुपये हड़प लिये गये थे। एसटीएफ द्वारा शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी। विवेचना के दौरान सामने आया कि पीड़िता के साथ 1.30 करोड रुपये की धोखाधड़ी की गयी है। जिस पर एसटीएफ द्वारा और जांच की गयी तो पता चला कि धोखाधड़ी कर हासिल की गयी धनराशि दिल्ली में स्थानान्तरित हुयी है। जिस पर एसटीएफ द्वारा दिल्ली जाकर जांच के बाद इस घटना के मुख्य आरोपी मनीष पाल पुत्र मदन लाल निवासी निहाल विहार नागलोई पश्चिमी दिल्ली को बीती 3 फरवरी को गिरफ्तार कर उसके पास से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल बरामद किये गये थे। साथ ही घटना में उसके एक और साथी राहुल पाण्डे पुत्र साधू प्रसाद पाण्डे निवासी निहाल विहार नागलोई पश्चिमी दिल्ली का पता चलने उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके पास से घटना में प्रयुक्त एक मोबाईल मय सिम कार्ड, आधार कार्ड व ड्राईविंग लाईसेन्स तथा एक एटीएम कार्ड भी बरामद किया गया है।