देहरादून, नीरज कोहली। सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल सेलाकुई द्वारा दो दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशन का उद्घाटन समारोह शनिवार को संपन्न हुआ। इस कांफ्रेंस का शुभारम्भ विद्यालय में प्रधानाध्यापक श्री राशिद शफरुद्दीन तथा बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विद्या देवी जिंदल स्कूल, हिसार, हरियाणा की प्राचार्या श्रीमती नैना ढिल्लों की अध्यक्षता में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस आयोजन ने सहयोग और बौद्धिक आदान-प्रदान के माहौल को बढ़ावा दिया, जहाँ छात्र विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं और जटिल वैश्विक समस्याओं का समाधान खोजने के लिए राजनयिक चर्चा में शामिल हो सकते हैं। युवा प्रतिनिधियों का लक्ष्य कठोर बहसों, प्रस्तावों और वार्ताओं के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समझ को बढ़ावा देना है ।देश-विदेश से जुड़े ज्वलंत मुद्दों के बारे में युवाओं के विचार जानने के लिए युवा स्टूडेंट्स द्वारा ही ‘मॉडल यूनाइटेड नेशन कॉन्फ्रेंस 2023’के युवा अधिवेशन के लिए प्लेटफॉर्म दिया जा रहा ह
यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि इसे कोविड-19 महामारी के कारण लंबे अंतराल के बाद आयोजित किया गया है, जो शैक्षिक गतिविधियों की बहाली और व्यक्तिगत कार्यक्रमों की वापसी का प्रतीक है।कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए वेल्हम बॉयज़ स्कूल देहरादून, यूनिसन वर्ल्ड स्कूल देहरादून, वैंटेज हॉल गर्ल्स रेजिडेंशियल स्कूल देहरादून, राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून, वेल्हम गर्ल्स स्कूल देहरादून, पाइनग्रोव स्कूल सोलन, डेली कॉलेज इंदौर,इकोले ग्लोबल स्कूल देहरादूनसरीखे देश के 14प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रतिभागी शिरकत कर चुके हैं, जो यूनाइटेड नेशन की तर्ज पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर हल निकालने की कोशिश करेंगे। कुल पाँच कमेटियाँ बनाई गई हैं जो विभिन्न विषयों पर चर्चा करवाएंगी। कार्यक्रम का मुख्य मकसद युवाओं में ग्लोबल नेशनल ईशूज के बारे में सोचने, समाज में पॉजीटिव बदलाव लाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करना है। इसमें क्यूएमयूएन, यूनाइटेड नेशन कॉरेस्पोंडेंस असोसिएशन, यूनाइटेड नेशन सिक्यूरिटी काउंसिल,युनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग एंड क्राइम, डीआईएसईसीऔरऑल इंडिया पॉलिटिकल पार्टिज़ मीट, कमेटियों ने कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करके रिपोर्ट प्रस्तुत की। अधिवेशन का प्रारंभ स्कूल ऑर्केस्ट्रा के साथ रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए विभिन्न देशों और पार्टियों के प्रतिनिधियों के बीच गरमागरम बहस, विचार-विमर्श और समस्याओं के समाधान की दिशा में बढ़ते हुए हुआ, जिसमें विभिन्न स्कूलों के छात्र और शिक्षक कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की भावना में शामिल होने के लिए एक साथ आए।