उत्तरकाशी। गढ़वाल हिमालयन ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन से जुड़े ट्रैकिंग और पर्वतारोहण व्यवसायियों ने गंगोत्री नेशनल पार्क के निर्णय का विरोध किया है। गंगोत्री नेशनल पार्क ने बीते बुधवार को बयान जारी किया था कि गोमुख तपोवन ट्रैक को खुलने में एक माह का समय लगेगा। तब तक क्षेत्र में आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।
बृहस्पतिवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि जब गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खुल चुके हैं, तो गोमुख तपोवन के लिए मौसम और क्षतिग्रस्त मार्ग का बहाना क्यों बनाया जा रहा है। एसोसिएशन में सभी लोगों के पास मई में करीब 1000 पर्वतारोहियों की बुकिंग आ चुकी है। इसलिए प्रशासन और पार्क को अपना निर्णय वापस लेकर गोमुख ट्रैक पर जाने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ट्रैकिंग व पर्वतारोहण साहसिक पर्यटन का अंग है। ऐसे में मार्ग पर ग्लेशियर आने को आवाजाही प्रतिबंधित करने का बहाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने ट्रैक पर आवाजाही शुरू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। एसोसिएशन ने गंगोत्री विधायक सुरेश चैहान से मुलाकात की, जिसमें गोमुख ट्रैक खोलने सहित अप्रैल में ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के लिए ऑफ लाइन अनुमति की मांग की गई। जब तक सिंगल विंडो सिस्टम ऑनलाइन नहीं खुलता है।
विधायक ने आश्वासन दिया कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद शासनस्तर पर इन मुद्दों का निस्तारण किया जाएगा। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेंद्र राणा, मनोज रावत, बलदेव राणा, मुकेश पंवार, मान सिंह, उमेद सिंह, विनोद पंवार, करन आदि मौजूद रहे। इधर, गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय का कहना है कि वे क्षतिग्रस्त मार्ग पर ट्रैकिंग की अनुमति नहीं दे सकते हैं। क्योंकि यह सुरक्षा मानकों के विपरीत होगा। बताया कि सिंगल विंडो सिस्टम शासन स्तर से खोला जाता है। इसलिए ऑफ लाइन अनुमति भी नहीं दी जा सकती है।