देहरादून: देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सूबे में कोविड जांच व वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। चार धाम यात्रा को देखते हुये प्रदेश में भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड गाइडलाइन को सख्ती से लागू किया जायेगा। चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिये विभागीय अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दे दिये गये हैं, साथ ही यात्रा मार्गों पर डाक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती 15 अप्रैल से पहले सुचिश्चित करने को भी कहा गया।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। डा. रावत ने बताया कि देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसको देखते हुये राज्य में कोविड जांच व वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाई जायेगी। इसके साथ ही प्रदेश में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड गाइडलाइन को सख्ती से लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो बस अड्डे, रेलवे स्टेशन एवं एयर पोर्ट सहित सार्वजनिक स्थानों पर वैक्सीनेशन कैंप लगाये जायेंगे, ताकि कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमण की चपेट में न पाये। डॉ. रावत ने बताया कि सूबे में आगामी 22 अप्रैल से चार धाम यात्रा भी शुरू होने वाली है जिसमें देशभर से लाखों तीर्थ यात्री शामिल होंगे। चार धाम यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं। बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक को चार धाम यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले सभी चिकित्सा इकाईयों व अस्थाई मेडिकल रिलीव प्वाइंटों का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्हें चार धाम यात्रा में विशेषज्ञ चिकित्सकों, चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल के स्टॉफ की तैनाती 15 अप्रैल से पहले सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचन्द्र, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डा. आशुतोष सयाना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, डा. भारती राणा, डॉ. मीतू शाह, संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. एम.के. पंत, अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. भागीरथी जंगपांगी, निदेशक गढ़वाल मंडल स्वास्थ्य डा. विरेन्द्र बनकोटी, डा. विजय जुयाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।