देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश में चरमराई हुई कानून व्यवस्था पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आज कंाग्रेस मुख्यालय देहरादून में पत्रकार बन्धुओं को सम्बोधित कर राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड प्रदेश वीर स्थली की जगह अपराधियों की शरणस्थली बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी राज्यों में अपराधी अपराध करके उत्तराखण्ड में शरण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी लचर हो चुकी है कि अगल बगल के पड़ोसी राज्यों के अपराधी आसानी से उत्तराखंड में खुद को सुरक्षित समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विजय वात्सल्य हत्याकाण्ड में वात्सल्य परिवार द्वारा भाजपा नेत्री नेहा शर्मा जो भाजपा महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी भी हैं उन पर हत्या की शाजिस के गम्भीर आरोप लगाये हैं जो अपने आप में गंभीर विषय है। माहरा कहा कि भाजपा के लोग सत्ता के नशे में इतने चूर हो चुके है कि भाजपा नेत्री नेहा शर्मा द्वारा वात्सल्य परिवार को कहा जाता है कि तुम कहीं भी चले जाओ किसी से भी शिकायत करो मुझपर कोई कार्यवाही नही होगी। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में भाजपा के ताकतवर लोग अपराधी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होनें बताया कि विजय वात्सल्य के पिता ने भाजपा नेत्री नेहा शर्मा और अपनी बहू सुनीता वात्सल्य तथा कुछ अन्य लोगों पर जबरदस्ती दाह संस्कार करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि विजय वात्सल्य के पिता को षड्यंत्रकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए 44 दिनों तक लगातर दर दर की ठोकरें खानी पड़ी। महारा ने कहा कि आरोपित महिला विजय वात्सल्य की पत्नी है उसको भाजपा नेत्री नेहा शर्मा द्वारा रसूखदार लोगों से संपर्कों के दम पर संरक्षण दिया जा रहा है और इसके प्रमाण भी कई जगह उपलब्ध हैं।
माहरा ने अपने संबोधन में कहा कि प्रेमनगर के तेजेन्दर सिंह नामक युवक पर झाझरा के कुछ युवकों द्वारा 15 फरवरी को जानलेवा हमला किया गया जिसमें तेजेन्दर सिंह को गम्भीर चोटें आई तथा वे 22 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती रहे। माहरा ने बताया कि तेजेन्दर सिंह की प्रथम सूचना रिपोर्ट तो दर्ज की गई परन्तु हमलावरों पर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। महारा ने बताया कि तेजेंद्र सिंह को न्याय मिलना तो दूर हमलावरों ने जो काउण्टर एफआईआर की है उसमें तेजेन्दर सिंह पर एस.सी., एस.टी. की धारा तथा छेडखानी जैसी गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। माहरा ने जानकारी देते हुए कहा कि पीडित तेजेन्दर सिंह मिर्गी रोग के मरीज भी हैं।
माहरा ने कहा कि इससे ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में कानून का राज समाप्त हो गया है तथा अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं है।
माहरा ने अंसल वैली के प्रवीन भारद्वाज (ग्रीन वैली) प्रकरण पर पत्रकार बन्धुओं का ध्यान आर्कषित करते हुए कहा कि प्रवीण भारद्वाज अपनी सोसाईटी ( अंसल ग्रीन वैली) के सचिव है। उन्होंने बताया कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा सोसाईटी के पार्क पर कब्जा किया जा रहा था। जिसकी शिकायत प्रवीण भारद्वाज द्वारा अधिकारियों से की गयी जिसमें एमडीडीए द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाही भी की गयी, उससे आक्रोशित होकर भाजपा मंत्री गणेश जोशी के सहयोगी पुनम नौटियाल और उनके साथियों ने प्रवीण भारद्वाज के घर पर कानून को हाथ में लेकर धावा बोल दिया और जिसमे प्रवीण भारद्वाज भयंकर रूप से चोटिल हो गया।
माहरा ने कहा कि एमडीडीए अप्रूव्ड अंसल वैली के सचिव प्रवीन भारद्वाज द्वारा भाजपा मंत्री गणेश जोशी पर आरोप लगाये गये हैं कि उनकी शह पर भारतीय जनता पार्टी के छः पार्षद संजय नौटियाल, कमल थापा, चुन्नी लाल, योगेश घाघट,सतेन्द्र नाथ, भूपेन्द्र कठायत, पुनम नौटियाल इत्यादि सोसाईटी के सार्वजनिक पार्क पर कब्जा करना चाहते थे। प्रवीन भारद्वाज द्वारा अतिक्रमण की शिकायत करने के बाद एमडीडीए द्वारा अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया जिसकी रंजिश के चलते उपरोक्त भाजपा के सभी ंपार्षदों द्वारा बस्ती से भीड जुटाकर उनके घर पर धावा बोल दिया गया और उन पर और उनके परिवार पर जानलेवा हमला करवाया गया। माहरा ने कहा कि पीडित भारद्वाज का कहना है कि लगातार उनको तथा उनकी धर्मपत्नी को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं जिसके चलते उनके बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। और तो और बिना नम्बर प्लेट का बुल्डोजर उनके घर पर ध्वस्तीकरण की नीयत से भेजा गया जिसके साथ नगर निगम के कर्मचारी थे परन्तु महापौर सुनील उनियाल गामा बुल्डोजर भेजे जाने से अनभिज्ञता जता रहे हैं। प्रेसवार्ता के उपरान्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने (अंसल ग्रीन वैली) जाकर पीडित भारद्वाज परिवार से मुलाकात की।