देहरादून: सोमवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा हैस्को प्रमुख पर्यावरणविद डॉ.अनिल प्रकाश जोशी को पद्म भूषण पुरूस्कार से सम्मानित किया गया जबकि पर्यावरणविद कल्याण सिंह और डॉ.योगी एरन को पद्श्री सम्मान से नवाजा गया।
हैस्को के संस्थापक पद्मश्री डॉ.अनिल प्रकाश जोशी को पर्यावरण पारिस्थितिकी और ग्राम्य विकास से जुड़े मुद्दों और नदियों को बचाने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए पद्मभूषण से सम्मानित किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उन्हें वर्ष 2006 में उन्हें पद्मश्री सम्मान मिल चूका है।
उत्तराखंड में मैती आंदोलन के जनक रहे कल्याण सिंह रावत को पद्म श्री सम्मान दिया गया है । मैती आन्दोलन की चर्चा आज विश्वभर में होती है। मैती आंदोलन के तहत गांव में जब किसी लड़की की शादी होती है तो विदाई के समय दूल्हा-दुल्हन को एक फलदार पौधा दिया जाता है। वैदिक मंत्रों के के साथ दूल्हा इस पौधे को रोपित करता है और दुल्हन इसे पानी से सींचती है। पेड़ को लगाने के एवज में दूल्हे की ओर से दुल्हन की सहेलियों को कुछ पैसे दिए जाते हैं। जिसका उपयोग पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में और समाज के निर्धन बच्चों के पठन-पाठन में किया जाता है। दुल्हन की सहेलियों को मैती बहन कहा जाता है। जो भविष्य में उस पेड़ की देखभाल करती हैं।
पेशे से एक अनुभवी प्लास्टिक सर्जन डा. योगी को भी पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया है। डा. योगी पर्यावरण के ऐसे प्रेमी हैं कि उन्होंने अपने जीवन की अभी तक की पूरी पूंजी खुद के तैयार किए वन ‘जंगल मंगल’ को बनाने में लगा दिया। डा. योगी ऐरन दून अस्पताल समेत विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में सेवाएं दे चुके हैं।