देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत ने 40 जिंदा कारतूस के साथ पकड़े गए विधायक के भाई से लेकर बेटियों के साथ हो रहे अपराध तक के मामले में सरकार को घेरा।
शनिवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में हरीश रावत ने सरकार के सामने कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा इतनी बड़ी गौ भक्त है कि गौ मांस का निर्यात तीन गुना बढ़ा है। रुड़की मामले में न तो पुलिस सरंक्षित मांस पकड़ पाई और न ही कोई अन्य सामान। पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने खुद ही उस युवक को मारा है। हरदा ने कहा कि आज हरिद्वार के व्यापारी अपनी सुरक्षा को लेकर धरने पर हैं। 11 को वे भी पदयात्रा करेंगे। हरिद्वार में लुटेरों की हिम्मत देखिये कि वो नकाब पहनकर भी नहीं आए। गौकशी के मामले में ही नहीं इस डकैती में भी सत्ता पक्ष सवालों के घेरे में है।
हरीश रावत ने राज्य और देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाके में सत्तारूढ़ दल से जुड़े व्यक्ति को बचाने की कोशिश हो रही है। बनबसा नेपाल सीमा पर एक विधायक का भाई 40 जिंदा कारतूस के साथ पकड़ने के मामले को राज्यपाल तक ले जाएंगे। ये साधारण कारतूस नहीं है। यह विस्फोटक कारतूस है। कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की टिप्पणी पर हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने हमेशा कहा कि जितने प्रिय निर्णय हैं, वह सामूहिक हैं। उन्होंने अंग्रेजी कहावत कैट आउट ऑफ द बैग के जरिए निशाना साधा। उन्हांेने कहा कि जब जब भाजपा कमजोर होती है। तब तब मजार मजार करती है।