देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को राजभवन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि दूरस्थ गांव में रह रहे लोगों तक मोबाइल वैन के माध्यम से जन औषधि केन्द्रों की सस्ती दरों पर उपलब्ध दवाइयों का लाभ मुहैया करवाया जाय। राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा सहित कांवड़ यात्रा में भी जन औषधि परियोजना का प्रचार-प्रसार करें जिससे अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी प्राप्त हो सके।
राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनबाड़ियों, पूर्व सैनिकों, रेडक्रॉस के वॉलेंटियर व एनसीसी के कैडेट्स को स्वास्थ्य मित्र बनाकर उनकी स्वास्थ्य सेवाओं हेतु मदद ली जाय। कहा कि चारधाम यात्रा में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी एक चुनौति के रूप में है इसके लिए विभाग ऐसे विशेषज्ञ डॉक्टरों हेतु विशेष प्रोत्साहन द्वारा उनकी तैनाती के प्रयास करे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में नवीन तकनीकी जिनमें हैली एम्बुलेंस, ड्रोन आदि के उपयोग को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है। दूरस्थ क्षेत्रों हेतु यह तकनीकी बेहद कारगर है और इन तकनीकों से लोगों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकती हैं। उन्होंने टीबी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत निः क्षय मित्र के संम्बध में भी जानकारी प्राप्त की और कहा कि अधिक से अधिक लोगों को निः क्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित करें।
बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने राज्यपाल के समक्ष विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।
इस अवसर पर महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनिता शाह, निदेशक एनएचएम डॉ. सरोज नैथानी, ड्रग कंट्रोलर तेजवर सिंह, समन्वयक डॉ. तपन शर्मा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह मौजूद रहे।