देहरादून। सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि मीडिया ने आजादी के समय से ही समाज को गति और नई दिशा देने का काम किया है। समय के साथ पत्रकारिता क्षेत्र में परिवर्तन जरूरी आया है, लेकिन निष्पक्षता और तटस्था बनाकर ही पत्रकारिता करनी चाहिए। आज के समय में पत्रकारिता के तौर तरीके और आयाम बदल रहे हैं।
एक समय था जब केवल अखबार ही खबरों का माध्यम हुआ करते थे, लेकिन आज पल पल की खबर हमारे सामने रहती हैं। कई बार जल्दबाजी में बिना जांच परख के लिखना घटक सिद्ध होता है। इसलिए खबर लिखने से पहले पक्ष और विपक्ष का बयान लेना जरूरी है ताकि न्यायिक संतुलन बना रहे। पत्रकारों को प्रकृति और न्याय के सिद्धांतो का पालन करते हुए काम करना चाहिए।
बुधवार को प्रेमनगर आश्रम के सामने एक होटल में आयोजित उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के जिला सम्मेलन एवं देवभूमि रत्न सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सूचना महानिदेशक ने ये बातें कहीं। हरिद्वार पहुंचने पर उनका प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी, महामंत्री हरीश जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष ध्यानी और हरिद्वार जिले के संरक्षक डॉ. विशाल गर्ग, अश्वनी अरोड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद गिरि, महामंत्री आवेश अंसारी ने पगड़ी पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर और गंगाजलि व रुद्राक्ष की माला भेंटकर स्वागत किया।
डीजी बंशीधर तिवारी ने पत्रकारों की मांग पर कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से पूर्व में ली गई बैठक में पत्रकार कल्याण कोष की धनराशि को बढ़ाया गया है। पांच करोड़ से बढ़कर 10 करोड़ हो गई है। पत्रकारों को तहसील स्तर पर मान्यता देने की प्रक्रिया भी गतिमान है। पत्रकार बीमा सुरक्षा की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पॉलिसी के आधार पर फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम चल रही पत्रकारिता को भी सूचना से जोड़ने का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। जिसमें सबकी राय लेकर आगे बढ़ाया जाएगा।