रूड़की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रुड़की (आईआईटी रुड़की) ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित तीसरे नेशनल प्लेटफॉर्म फॉर डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (तीसरी एनपीडीआरआर) प्रदर्शनी में पूरी तरह कार्यात्मक उत्तराखंड राज्य भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली (यूईईडब्ल्यूएस), भूकंप चेतावनी प्रणाली प्रदर्शित की। यूईईडब्ल्यूएस भारत की पहली क्षेत्रीय भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली है, जिसे डॉ. कमल, प्रोजेक्ट लीड, प्रोफेसर, पृथ्वी विज्ञान विभाग, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन डिजास्टर मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट, आईआईटी रुड़की और उनकी टीम द्वारा विकसित किया गया है। भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली (ईईडब्ल्यूएस) प्रयोगशाला टीम को माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भारत की पहली क्षेत्रीय भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली, यूईईडब्ल्यूएस पेश करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राजनीतिक दिग्गजों ने टीम के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और सिस्टम की क्षमताओं और लाभों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
यूईईडब्ल्यूएस में उत्तराखंड में स्थापित लगभग 170 भूकंपीय सेंसर शामिल हैं। ईईडब्ल्यूएस प्रयोगशाला, ब्वम्क्डड आईआईटी रुड़की में केंद्रीय सर्वर, आने वाले डेटा स्ट्रीम की लगातार निगरानी करता है और भूकंप की घटनाओं का पता लगाता है। जब सर्वर द्वारा मध्यम से उच्च तीव्रता के भूकंप का पता लगाया जाता है, तो जनता को चेतावनी जारी की जाती है।