देहरादून। देहरादून में डोभालवाला चौक में हुई फायरिंग की घटना में दून पुलिस ने तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। वाहन को वापस माँगने को लेकर हुए छोटे से विवाद के चलते यह घटना हुई। गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मृत्यु व 02 अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे।
घटना की सूचना पर एसएसपी देहरादून द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में नाकेबंदी कर सघन चेकिंग के निर्देश दिए गए। जनपद की अंदर व बोर्डरों पर हो रही सघन चौकिंग को देख 2 अभियुक्त अपने वाहन को छोड़ जंगल में भाग निकले। घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें रवाना की गईं।
बीती रात्रि को कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी कि डोभाल चौक पर फायरिंग की घटना हुई है, जिसमें 02-03 लोग घायल हो गये हैं तथा घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति घटना के बाद वाहन संख्या यूके-07डीए-6262 रंग सिल्वर में बैठकर भाग गये हैं। घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सम्पूर्ण जनपद में चौकिंग के आदेश दिये गये एवं क्षेत्राधिकारी डोईवाला के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमें गठित कर अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस की सघन चेकिंग को देखते हुए घटना कर वाहन से फरार हुए दोनों अभियुक्त उक्त वाहन को आशारोड़ी बैरियर से आगे छोड़कर जंगल में भाग गए, जिनकी तलाश हेतु पुलिस द्वारा सघन चेकिंग/ कांबिंग की जा रही है। घटना की सूचना पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे । मौके से घायल सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन उपचार हेतु कैलाश अस्पताल ले गये एवं पुलिस द्वारा मौके पर मौजूद अन्य घायल मनोज नेगी को एम्बुलेंस की सहायता से दून अस्पताल भर्ती कराया गया, घायलों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा व मोनू भारद्वाज पुत्र इन्द्र कुमार शर्मा निवासी गढवाली कालोनी रायपुर देहरादून ब्याज का काम करते थे, जिसके घर में कुछ दिनों से रामवीर निवासी मु0नगर, योगेश निवासी मेरठ उ0प्र0, मनीष निवासी पटना बिहार रह रहे थे । रामवीर के विरूद्ध हत्या के कई अभियोग पंजीकृत है, इनका एक अन्य मित्र अंकुश निवासी शिवलोक कालोनी दे0दून भी उनके साथ था। उक्त चारों व्यक्ति समय-2 पर सोनू भारद्वाज के घर आया-जाया करते थे।
15 जून को सागर यादव पुत्र दिनेश यादव निवासी नेहरू ग्राम ने एक वाहन टाटा स्ट्रोम को सोनू भारद्वाज के घर के पास सवा चार लाख रूपये में गिरवी रख कर गया था, उक्त वाहन का मालिक दीपक बडोला था, जिसकी बिना रजामंदी से सोनू भारद्वाज ने उक्त वाहन को गिरवी रख दिया था। दीपक बडोला को जानकारी होने पर उसने सागर यादव उर्फ शम्भू यादव से अपना वाहन मांगा तो शम्भू यादव ने दीपक बडोला को गाली गलौच व वाहन वापस न करने की धमकी दी, जिस पर दीपक बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस माँगने के लिए संपर्क किया पर सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया। जिस पर दीपक बडोला ने उक्त बात अपने जानने वाले सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी व अन्य लोगों को बतायी तथा 16 जून को दीपक बडोला, संजय क्षेत्री व मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया। घर के पास सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष. अंकुश, योगेश द्वारा उन पर फायरिंग कर सुभाष क्षेत्री, मनोज नेगी व दीपक बडोला को गम्भीर रूप से घायल कर दिया, जिसके पश्चात सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन पहले कैलाश अस्पताल व उसके पश्चात इन्द्रेश अस्पताल ले गये व मनोज नेगी को पुलिस द्वारा उपचार हेतु दून अस्पताल भिजवाया गया जहाँ से उसके परिजन उसे इन्द्रेश अस्पताल ले गये, वर्तमान में दोनों घायलों का इन्द्रेश अस्पताल दे0दून में उपचार चल रहा है । तीसरे घायल दीपक बडोला को पुलिस व उसके परिजनों द्वारा घटना के पश्चात रात्रि से प्रात; तक काफी तलाश किया गया, परंतु उसका कुछ पता नहीँ चल सका। प्रातरू दीपक बडोला का शव डोभाल चौक के पास नाले में मिला, जिसे कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही के लिए कोरोनेशन अस्पताल भिजवाया गया। मौके पर फील्ड यूनिट द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वीडियो ग्राफी/ फोटोग्राफी की गई तथा साक्षय संकलन की कार्यवाही की गई। इस संबंध में वादी सचिन छेत्री पुत्र किशन बहादुर क्षेत्री निवासी अपार नेहरू ग्राम रायपुर की लिखित तहरीर के आधार पर अंतर्गत धारा 307 आईपीसी में अभियोग पंजीकृत किया गया तथा दीपक बडोला का शव मिलने पर धारा 302 व 120बी भादवि की बढोत्तरी की गयी। घटना में संलिप्त देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज तथा उसके भाई मोनू शर्मा व शम्भू यादव को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है, अन्य अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु 02 पुलिस टीमो को संभावित स्थानों को रवाना किया गया है।