देहरादून। पुलिस महानिदेशक की पहल पर प्रदेश भर में ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है जिसमें ऐसे बच्चे जो भिक्षा मांग रहे हैं, कूड़ा बिन रहे हैं या किसी अन्य कारणों से शिक्षा से वंचित हैं को मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प उत्तराखंड पुलिस ने लिया है। इस अभियान के सम्बन्ध में पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा दिये गये निर्देशों व पुलिस उपाधीक्षक नगर के पर्यवेक्षण मे प्रथम चरण में जनपद देहरादून से पूर्व वर्षों में चले ऑपरेशन मुक्ति अभियान के अंतर्गत दाखिला कराए गए, बच्चों का सत्यापन किया गया,जिनमें से 232 बच्चे लगातार स्कूल जाकर शिक्षा ग्रहण करते पाए गए,जबकि 60 ड्रॉपआउट बच्चों की काउंसलिंग करके उन्हें पुनः स्कूल में दाखिला कराया गया।
ऑपरेशन मुक्ति अभियान के द्वितीय चरण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल में शिक्षा से वंचित चिन्हित किए गए बच्चों के स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है जिसके अंतर्गत जनपद देहरादून पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों में 203 बच्चों के दाखिले कराएं गए हैं तथा आगे भी बच्चों के स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। ऑपरेशन मुक्ति अभियान का उद्देश्य प्रदेश में प्रत्येक शिक्षा से वंचित बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिला कर उसे शिक्षित कर भारत के सर्वांगीण विकास में भागीदार बनाना है। इस मुहिम को सफल बनाने हेतु देहरादून पुलिस द्वारा एनजीओ व सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर बच्चों की शिक्षा के महत्व को लेकर जनता के बीच प्रचार प्रसार किया जा रहा है तथा सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर कूड़ा बीनते भीख मांगते बच्चों को रेस्क्यू कर उनका स्कूल में दाखिला कराया जा रहा है। इस मुहिम की थीम भिक्षा नहीं शिक्षा दें को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस द्वारा दिन रात भरसक प्रयास किया जा रहा है व उनके समय-समय पर निर्धन बच्चों को आवश्यकता का सामान जन मानस के सहयोग से आवंटित किया जाता है। वर्षों से चले आ रहे अभियान में पुलिस के निरंतर प्रयासों की स्कूल अध्यापकों, वंचित लोगों तथा जनता द्वारा प्रशंसा की जा रही है।