रामनगर। शनिवार को अपने चुनावी दौरे पर रामनगर आई प्रियंका गांधी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार वह किसी की सरकार न चुनकर अपनी सरकार चुने जो आपके लिए काम करें और जिस पर आप गर्व कर सकें कि यह उनकी अपनी सरकार है जिसे आपने चुना है। उन्होंने कहा कि भाजपा की राष्ट्रभक्ति से लेकर धार्मिक आस्था चुनावी स्टंट है। उन्होंने भाजपा को एक ड्रामेबाज पार्टी बताया।
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री व उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने संबोधन में उत्तराखंड और हिमाचल को देवभूमि कहते हैं लेकिन उनका यह संबोधन सिर्फ दिखावा है अभी हिमाचल में जब मानसूनी आपदा का कहर टूटा तो वहां भाजपा का कोई नेता नहीं दिखा और न केंद्र सरकार द्वारा एक रूपये की हिमाचल के लोगों की मदद की गई। उन्होंने कहा कि उनका धर्म और आस्था तथा राष्ट्र प्रेम सब कुछ दिखावा है। उन्होंने कहा कि जिसने देश के लिए कुछ त्याग न किया हो उसका राष्ट्र प्रेम क्या हो सकता है। मैं और मेरे परिवार ने देश के लिए बड़ी के बड़ी कुर्बानियां दी है। मैं जानती हूं राष्ट्र प्रेम क्या होता है। । मैंने अपने पिता के शरीर के टुकड़े अपनी मां के सामने रखे देखा। वह आज मेरे को गालियां देते हैं, मैं शहीदों का मतलब जानती हूं और शहीदों के परिवारों का दर्द समझती हूं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता इधर उधर की बातें करते हैं। मैं कहती हूं मुद्दों पर चुनाव लड़ो। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, भर्ती घोटाले तथा अग्नि वीर योजनाओं के सवाल उठाते हुए कहा कि आप इन पर बात क्यों नहीं करते हैं? क्योंकि आप जानते हैं कि 10 सालों से आपकी सरकार है और इसके लिए आप जिम्मेवार है। उन्होंने पूछा कि आप अंकिता भंडारी की बात इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि उसके गुनहगारों को संरक्षण देने वाले आप हैं।
उन्होंने कहा कि विकास आपको भाषणों और टीवी पर दिखाये गए मैं आपसे पूछती हूं कि बताओ आपके जीवन में क्या कुछ बदला है? सच यही है जो आपका जीवन संघर्ष है। वह सच नहीं है जो टीवी पर दिखाया जाता है क्योंकि मीडिया को भी उन्होंने खरीद रखा है। उन्होंने कहा कि आप की जागरूकता का भी अपहरण हो चुका है इसलिए जाग जाओ और सच को समझो उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही यही से की थी कि बताओ क्या सुनोगे चुनावी भाषण या फिर सच्चाई। । प्रियंका ने किसानों के मुद्दे से लेकर महिलाओं के आरक्षण तथा खिलाड़ियों के उत्पीड़न तक कोई मुद्दा नहीं छोड़ा। जिसका जिक्र उन्होंने अपने भाषण में न किया हो। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के न्याय पत्र के वायदे भी जनता के सामने रखें। मंच का संचालन रणजीत सिंह रावत ने किया तथा यशपाल आर्य से लेकर प्रदीप टम्टा, गणेश गोदियाल और प्रकाश जोशी ने भी सभा को संबोधित किया।