देवभूमि में आपराधिक घटनाओं के लिए स्थानीय नहीं, बल्कि बाहरी राज्यों के समुदाय विशेष जिम्मेदारः भट्ट

देहरादून। भाजपा ने देवभूमि में बाहर से आए समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अपराध की घटनाओं पर चिंता जताते हुए दावा किया कि उतराखंड के स्थानीय मुस्लिम समाज इस तरह की घटनाओं मे लिप्त नही है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि  मुस्लिम समुदाय के स्थानीय निवासियों से ऐसे अपराधी तत्वों को पहचानने में प्रशासन की मदद की अपेक्षा की है। साथ ही ऐसी राजनैतिक पार्टियों से भी सतर्क किया है जो सिर्फ वोट बैंक बढ़ाने के लिए ही बाहरी अपराधिक तत्वों को संरक्षण देते हैं।
यमुना कालोनी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के अधिकांश लोग जो पीढ़ी दर पीढ़ी राज्य में निवास कर रहे हैं वे देवभूमि की परंपराओं और मान्यताओं का विशेष सम्मान करते हैं। क्योंकि अधिकांशतया महिला एवं अन्य अपराध के अतिरिक्त सामाजिक वैमनस्य बढ़ाने की घटनाओं में राज्य के बाहर से आए मुस्लिम समुदाय के लोगों की संलिप्तता पाई गई है। इसमें चाहे थराली की बात हो या चाहे मसूरी की अथवा पुरोला की और कर्णप्रयाग की घटना मे जांच के बाद यह बात सामने आई कि स्थानीय मुस्लिम इस तरह की घटनाओं मे लिप्त नही थे। और उन्होंने भी ऐसी घटनाओं का विरोध किया है।  लिहाजा ऐसे तत्वों पर कठोर से कठोर कार्यवाही तो सरकार कर रही है, लेकिन सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत उनपर नियंत्रण के लिए स्थानीय मुस्लिम समाज की भूमिका अहम हो जाती है । इसीलिए सर्वथा उचित है कि अल्पसंख्यक समुदाय के राज्यवासी अपने मध्य से ऐसे लोगों को चिन्हित करे और प्रशासन के साथ उनकी जानकारी साझा करने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि मसूरी की घटना को लेकर वहां रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा कड़ी कार्यवाही करने की अपील का स्वागत किया है । साथ ही आह्वाहन किया कि ऐसी कोशिशों से प्रेरणा लेकर प्रदेश के सभी स्थानीय अल्पसंख्यकों द्वारा अपने आसपास इंसानी खाल में छिपे भेड़ियों को सामने लाने का समय आ गया है। वहीं उन राजनैतिक पार्टियों से भी सतर्क रहने की जरूरत बताई जो सिर्फ वोट बैंक बढ़ाने के लिए ही बाहरी अपराधी तत्वों के कुकृत्यों पर पर्दा डालने की साजिश में लगे रहते हैं।