देहरादून। देहरादून स्थित पर्यावरण क्रियान्वयन और एडवोकेसी समहू सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन के द्वारा संचालित प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट के पहले वर्ष की कार्यावधि पूर्ण होने के अवसर पर मेहुवाला, देहरादून में स्थित फाउंडेशन के प्लास्टिक वेस्ट सेग्रीगेशन एवं लर्निंग सेंटर मे प्लास्टिक कचरा प्रबंधन एवं जागरूकता परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के तरीकों पर चर्चा करना, इसके पर्यावरणीय प्रभावों को समझना और इसके समाधान के लिए संभावित कदम उठाने के उद्देश्य पर आधारित रहा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उत्तराखंड राज्य और देहरादून में प्लास्टिक वेस्ट के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में सीएसआईआर-आईआईपी के डॉक्टर सनत कुमार ने प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट के माध्यम से आईआईपी के प्लास्टिक टू डीजल लैब प्रोजेक्ट के संचालन और एसडीसी फाउंडेशन के सहयोग को लेकर जानकारी साझा की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के डॉक्टर अंकुर कंसल ने पर्यावरणीय पहलुओं पर प्लास्टिक के दुष्प्रभावों पर अपनी बात रखते हुए प्लास्टिक बैंक की सार्थकता की सराहना की। उन्होंने प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में प्लास्टिक अपशिष्ट के सम्बन्ध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एसडीसी फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों पर प्रकाश डाला। औषधि नियंत्रक/औषधि प्रबंधन के उपायुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा की प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट की इस मुहिम को प्रदेश मे फार्मेसी इंडस्ट्री तक पहुँचाने में एसडीसी फाउंडेशन की यथासंभव मदद की जाएगी। देहरादून नगर निगम के सफाई निरीक्षक राजेश बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि नगर निगम एवं एसडीसी फाउंडेशन संयुक्त रूप से नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत अधिकतम प्लास्टिक बैंकों की स्थापना करेंगे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रबंधन के उपायुक्त गणेश कंडवाल एवं सीएसआईआर-आईआईपी के डॉक्टर नीरज अत्रे ने संयुक्त रूप से रिपरपज यूज कुकिंग आयल (रुको) मिशन पर विस्तृत जानकारी साझा की।
कार्यक्रम के दौरान डब्ल्यू आई आई से डॉक्टर परिवा डोबरियाल, मंडी परिषद से अजय डबराल, देहरादून छावनी परिषद से नरेंद्र कुमार , उद्यान विभाग से निधि थपलियाल, भारतीय सेना के सफाई निरीक्षक त्रिभुवन सनवाल और डब्ल्यू डब्ल्यू एफ से डॉक्टर बोपन्ना आदि ने भी अपने विचार साझा किए। एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की और इसके सफल क्रियान्वयन एवं सामाजिक और पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य सामूहिक तौर से उत्तराखंड में स्वच्छ और सतत विकास की दिशा में कदम बढ़ाना है। कार्यक्रम का संचालन एसडीसी की प्रेरणा रतुरी और दिनेश चन्द्र ने किया। इस दौरान अखिलेश वर्मा, आयुष जोशी और एसडीसी के प्यारे लाल, प्रवीन उप्रेती, अभिषेक भट्ट, प्रमोद, बिट्टू, सुभाष, सुनित वर्मा, लकी कुमार आदि कई अन्य लोग उपस्थित रहे।