देहरादून। भाजपा ने केदारनाथ मंदिर में स्वर्णमंडन को लेकर झूठ परोसने वाली कांग्रेसी राजनीति की कड़े शब्दों में आलोचना की है। साथ ही ऐसे आरोपों को कांग्रेस की सोने से पीतल बनाने वाली उस भ्रष्टाचारी नीति से प्रेरित बताया। जिसमें भ्रष्टाचार में अंधे हुए कांग्रेसियों को चारों और घोटाला ही महसूस होता है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को सुलझा हुआ नेता बताते हुए, श्री केदार धाम को लेकर कांग्रेस पार्टी की तरफ की जा रही झूठी एवं भ्रमात्मक बयानबाजियों को आगे बढ़ाने पर अफसोस व्यक्त किया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस पूरे मुद्दे पर पर्यटन मंत्री एवं बद्री केदार मंदिर समिति द्वारा स्पष्ट किया गया है कि धाम में मात्र 23 किलो सोने की परत वाली प्लेट लगाई गई है । जिसमें मंदिर समिति की भूमिका केवल अनुमति देने तक सीमित है और समूचा स्वर्णमंडन का कार्य दानदाता ने निजी ज्वेलर्स द्वारा कराया गया है । इस संबंध में सरकार द्वारा जांच भी कराई गई है और कमेटी में किसी भी तरह के गड़बड़ी से इनकार किया है। यह रिपोर्ट फिलहाल शासन में है और विभागीय मंत्री ने शीघ्र ही इसके सार्वजनिक करने की बात कही है।
किसी भी अन्य जानकारी की तरह यशपाल आर्य और तमाम कांग्रेसी नेता भी भली भांति जानते हैं कि मंदिरों में सोने की प्लेट नहीं लगाई जाती है बल्कि तांबे की प्लेटों पर सोने की पॉलिश की जाती है या अर्क चढ़ाया जाता है। इस पद्धति से हुए स्वर्णमंडन को हम अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर, अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर, काशी विश्वनाथ के मंदिर समेत तमाम मंदिरों में देख सकते हैं। केदार धाम में भी तय प्रक्रिया के तहत ही दानदाता द्वारा स्वयं यह पूरा कार्य करवाया गया, जो पुरातत्व विभाग की देखरेख में संपन्न हुआ। इस संबंध में दानदाता द्वारा जारी किए गए तमाम बिल वाउचर भी समिति द्वारा सार्वजनिक किए गए हैं जो स्पष्ट बताता है कि कुल 23 किलो सोने से वहां सारी प्रक्रिया पूरी की गई है। लेकिन सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस के तमाम नेता बाबा के धाम की छवि खराब करने की साजिश में जुटे हैं।
साथ ही उन्होंने पूर्व पीएम स्वर्गीय राजीव गांधी के उसे बयान का हवाला देते हुए तंज किया, जिसमें उन्होंने एक रुपए सरकारी धन के धरातल पर पहुंचते पहुंचते 15 पैसे में बदलने की प्रक्रिया बताई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह तमाम कांग्रेस नेता उनके बताए इसी फार्मूले को अपनाते हुए आज तक अपने सभी कामों में भ्रष्टाचार करते आए हैं। यही वजह है कि जिस तरह सावन के अंधे को सब जगह हरा ही नजर आता है। ठीक उसी तरह अब कांग्रेस के यशपाल आर्य जैसे सुलझे हुए नेताओं को भी भ्रष्टाचार में जीते जीते, अब चारों और घोटाला ही नजर आता है। उन्होंने कांग्रेस से समय रहते पावन धर्मों को लेकर तमाम झूठे आरोपों से बचने की सलाह दी है। साथ ही कहा,प्रदेश की जनता के साथ स्वयं भगवान भोलेनाथ कांग्रेस के इस पाप को देख रहे हैं और समय आने पर अवश्य उन्हें इसकी सजा भुगतनी होगी।