“सरस्वती विद्या मंदिर” के छात्रों का अनुशासन और प्रतिभा प्रशंसा के योग्य:स्पीकर

उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के शक्ति पुरम स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित मेधावी छात्र सम्मान समारोह का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने दीप प्रज्वलित कर किया।                                    कार्यक्रम में विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।                       अपने संबोधन में ऋतु खण्डूडी भूषण ने विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा, “सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों में जो अनुशासन और प्रतिभा देखने को मिली, वह प्रशंसा के योग्य है।                                                    यहां के बच्चों ने न केवल गायन और नृत्य में अपनी खूबसूरत प्रस्तुतियां दीं, बल्कि उनके आत्मविश्वास और संस्कारों ने यह साबित कर दिया कि यह विद्यालय सही दिशा में शिक्षा और संस्कृति का संगम प्रदान कर रहा है।”
उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर समूह के सभी विद्यालयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये संस्थान न केवल शैक्षणिक बल्कि सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के संवर्धन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी गुरुजनों एवं विद्यार्थियों के परिजनों को भी उन्होंने यह कहा कि हम अगर समाज को ठीक रखना चाहते हैं तो हमे अब अपने बेटियों की जगह बेटों को संस्कार देने की आवश्यकता है वरना हम चाहे जितने भी “निर्भया एक्ट” बना लें उसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक संजय डोभाल ने भी विद्यार्थियों द्वारा दी गई सभी प्रस्तुतियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा की पहाड़ में शहरों के अनुपात में सुविधाएं भले कम हो लेकिन इन विद्यार्थियों में टैलेंट भरपूर है।  समारोह के दौरान ऋतु खण्डूडी ने मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया। विद्यालय के शिक्षकों और प्रधानाचार्य ने इस सफलता का श्रेय छात्रों की कड़ी मेहनत और माता-पिता के सहयोग को दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह समारोह उत्तरकाशी के शैक्षिक और सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास साबित हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथियों मे राम सुंदर नौटियाल, मेहरबान सिंह बिष्ट, राय सिंह रावत, उमेद सिंह बिष्ट, विजय बडोनी, सुभाष नौटियाल, गब्बर सिंह, धनी राम, देवी प्रसाद, पूनम रमोला और जयपाल सिंह आदि शामिल थे।