कांग्रेस सनातनी होने का ढोंग कर रही:भट्ट

देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के बुद्धि शुद्धि यज्ञ पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अपने संनातनी होने का ढोंग करने की कोशिश कर रही है और अच्छा है कि इस बहाने उसे कुछ सुध आयी। उन्होंने बजरंग बली के पाठ के लिए भी जुम्मे का दिन निर्धारित किया और जय बजरंगबली बोलने वालों की तुलना आतंकवादियों से कर कर्नाटक में जो माहौल बना है उसे लेकर ही यह सब किया जा रहा है। कांग्रेस को अपनी बुद्धि शुद्धि के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करने की आवश्यकता है , कॉंग्रेस को बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरों पवन कुमार पाठ के साथ हनुमान जी से बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार की कामना करनी चाहिए ।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि असल मे कांग्रेस अब सनातन का चोला पहनने की फिराक मे है और बजरंग बली का पाठ पूजन कर रही है। उन्होंने कहा कि भगवान राम को अदालत मे काल्पनिक पात्र बताने वाली कांग्रेस अब राम मंदिर निर्माण मे भी श्रेय ढूंढने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि देश जानता है कि राम भक्त देश भर मे मंदिर निर्माण के लिए ईंट गारे ढूंढते रहे और कांग्रेस ने अवरोध के लिए कोर्ट मे वकीलों की फौज खड़ी कर दी।
लंबे समय तक तुष्टिकरण की राजनीति कर रही कांग्रेस को वोट बैंक की चिंता रही और जनता के ठुकराने के बाद अब पश्चाताप के बजाय नई नौटंकी शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी दल है और उसके लिए देश हित से बढ़कर कुछ नही है। भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के निशाने पर पहले से ही राष्ट्रवादी संगठन रहे है, जबकि वह देशद्रोहियों की वकालत करती रही है। बजरंग दल एक राष्ट्रवादी संगठन है और उस पर प्रतिबंध की वकालत कर वह अपनी सोच को साबित कर रही है। जबकि वह पीएफआई जैसे देश द्रोही संगठन को सरंक्षण देने की बात कर रही है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को कुछ भी सकारात्मक कार्य सही नही लगते। प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम सदैव ही प्रेरणादाई रहा है, लेकिन कांग्रेस को उस पर भी किसी न किसी तरह से आपत्ति है जो कि सरासर अनुचित है। कांग्रेस प्रधानमंत्री की देश दुनिया मे छवि से बौखला गयी है और विरोध स्वरूप अपनी खीज उतार रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उसके आचरण के अनुरूप कोई भी सर्टिफिकेट भाजपा ने नही, बल्कि जनता ने दिया है और आज उसकी स्थिति सबके सामने है। कांग्रेस को बजरंग बली की शरण मे जाने के अलावा जनता के पास जाने की भी जरूरत है। गुटीय संघर्ष के चलते कांग्रेस ऐसे आयोजन करती रहती है और उसे इसका कोई लाभ नही होने वाला है, क्योकि जनता सब जानती है।