देहरादून: राज्यपाल गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘‘उत्तराखण्ड पुलिस मंथन-चुनौतियाँ एवं समाधान’’ की थीम पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि मंथन और चिंतन से ही समाधान निकलते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुलिस विभाग द्वारा इस मंथन के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में पुलिस का कार्य लगातार कठिन व चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है लेकिन उन चुनौतियों का समाधान भी पुलिस को ही खोजना होगा।
शुक्रवार को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा कि अनुशासन के दायरे में रहकर लगातार नागरिकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना कठिन परिश्रम की मांग करता है जिसके लिए पुलिस को हमेशा तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का जो दृढ़ निश्चय मुख्यमंत्री ने किया है, उसमें पुलिस का बड़ा सहयोग रहेगा। उन्होंने कहा कि अपराध हो ही ना इसके लिए पुलिस को प्रोएक्टिव और पूर्व से ही चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि पुलिस कानून व्यवस्था के साथ-साथ एक मित्र पुलिस का कर्तव्य निभाएं। वर्तमान परिदृष्य में पुलिस के आगे साइबर क्राइम, महिला अपराध, यातायात प्रबन्धन, नशा, मानव तस्करी जैसी बड़ी चुनौतियां हैं| जिन से हर हाल में निपटना है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थिति कई अन्य राज्यों से भिन्न है। बाढ़, अतिवृष्टि, भू-स्खलन, भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियां भी हैं, पुलिस को इनसे निपटना भी है और समाधान भी खोजने होंगे।
राज्यपाल ने कहा कि समाज में जिस तेजी से शिक्षा का स्तर बढ़ा है, उनकी अपेक्षाएँ भी बहुत बढ़ गयी हैं। अब लोग आपसे व्यवहार तथा कार्य-कुशलता दोनों की अपेक्षा करते हैं। लोगों को समस्याओं से निजात दिलाना प्राथमिकता में होना चाहिए।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गीता धामी, डीजीपी अशोक कुमार सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें।