उत्तराखण्ड के सीमान्त क्षेत्र में चीनी घुसपैठ देश के लिए गम्भीर चिंता का विषयः करन माहरा

देहरादून, नीरज कोहली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड प्रदेश के सीमान्त जनपद उत्तरकाशी की सीमा पर चीन द्वारा किये जा रहे निर्माण पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि सीमान्त क्षेत्रों में चीनी घुसपैठ देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा एवं गम्भीर चिंता का विषय है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज देश की सीमायें सुरक्षित नहीं हैं। चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने वाले आज उनके सामने नतमस्तक होकर क्लीन चिट दे रहे हैं जबकि चीन आज भी हमारी जमीन पर काबिज है तथा लगातार सीमाओं पर भारत की सीमा पर घुसपैठ कर रहा है जिसका ताजा उदाहरण उत्तराखण्ड प्रदेश के सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के समीप भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ एवं निर्माण कार्य हैं। उन्होंने कहा कि सीमाओं पर पड़ोसी देश भारत की सीमाओं पर घुसपैठ कर रहे हैं वहीं सत्तरूढ़ भाजपा अपनी राजनैतिक महत्ताकांक्षा के लिए देश के अन्दर का सामाजिक सद्भाव बिगाड कर धु्रवीकरण कर बंटवारे की राजनीति को हवा देकर देश में डर का माहौल बना रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज भारत की अक्षुण्णता और भूभागीय अखंडता को भी तोड़ा जा रहा है। चीन लद्दाख से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत की सीमा में न सिर्फ 2000 किलोमीटर घुसा है, बल्कि स्थाई सैन्य इन्फ्रसस्ट्रक्चर के साथ-साथ पूरी रिहाइशी काॅलोनियां भी बना रहा है और सत्ताधीश आॅंख मूंदकर बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं सरहदों के साथ-साथ चीन से व्यापार की हदें भी पार करा दी गई हैं। आजाद भारत के इतिहास में सबसे अधिक 100 बिलियन डाॅलर का आयात कर भारत के एम.एस.एम.ई. सेक्टर को तबाह किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि 56 इंच का सीना तथा एक सिर के बदले दस सिर काटकर लाने वाले हमारे देश के प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाकर बिरयानी खाते हैं तथा पाकिस्तानी मीडिया उनका गुणगान करता है। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा पर लम्बे समय से तनाव की स्थिति बनी रहती है, परन्तु भारत सरकार पड़ोसी देश की चाल समझने मंे पूरी तरह नाकाम रहा है जिसकी कीमत हमें गलवान घाटी में 20 सैनिकों की शहादत से चुकानी पड़ी थी। आज फिर भारत चीन सीमा पर वहीं स्थिति बनी हुई है तथा चीन लगातार देश की सीमाओं में घुसपैठ कर रहा है। देश के वीर सैनिक शहादत दे रहे हैं परन्तु भाजपा सरकार अपने प्रचार-प्रसार तथा धर्म के नाम पर लोगों के बीच वैमनस्यता बढ़ा कर राजनैतिक रोटियां सेकने में लगी हुई है।