आखिर कब तक ढोते रहेंगे अंग्रेजों के बनाये कानून को

-उत्तराखंड में आज भी चलता है अंग्रेजों के जमाने का बनाया कानून!

देहरादून:  देश में उत्तराखंड शायद अकेला राज्य होगा जहां आज भी अंग्रेजों के जमाने से की गई राजस्व पुलिस व्यवस्था कायम है,अंकिता हत्याकांड ने एक बार फिर देवभूमि को पूरे देश में शर्मसार किया है. साथ ही राजस्व पुलिस व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है और सवाल सरकारों पर भी है की पहाड़ों पर बढ़ते अपराधीकरण के बाद भी इस व्यवस्था को खत्म करने पर आज तक कोई फैसला क्यो नहीं,

जिस तरह से देवभूमि की शांत वादियों में शातिरों की हलचल बढ़ती जा रही है,उसे देख यह जरूरी हो गया है कि अब पर्वर्तीय जिलों में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी रेगुलर पुलिस को सौंपी जाए।

देश में उत्तराखंड शायद अकेला राज्य होगा जहां आज भी अंग्रेजों के जमाने से की गई राजस्व पुलिस व्यवस्था कायम है। लेकिन बदलते दौर में यह व्यवस्था अपराधों पर अंकुश लगाने में कारगर साबित नहीं हो पा रही। लंबे समय से इसमें बदलाव की बात उठ रही है। हालांकि इस दिशा में फिलहाल कोई कदम नहीं उठाया गया। उच्च न्यायालय ने भी कुछ वर्ष पूर्व सरकार को यह व्यवस्था छह माह में खत्म करने के आदेश दे दिए,लेकिन उसपर उस समय की सरकार ने अमल नहीं किया,न ही आगे की सरकारों ने न्यायालय के आदेश को तवज्जो दी, दरअसल,सौ साल पहले अंग्रेजों ने राजस्व वूसली से जुड़े कर्मचारियों को पुलिस के अधिकार देकर कानून-व्यवस्था के संचालन का दायित्व भी सौंपा था। शायद तब के लिए यह फैसला दुरुस्त रहा हो,वजह यह कि उस जमाने में पहाड़ों में यदा-कदा ही अपराध के बारे में कुछ सुनाई देता था।