देहरादून।सुरंगों के डिजाइन,निर्माण एवं संचालन में नवीनतम विकास विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार डी॰आई॰टी॰ यूनिवर्सिटी देहरादून में हुयी। दो दिनों में समानांतर सत्रों में कुल 36 प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की गयी,जिसमें से 24 प्रस्तुतियाँ विदेशी विशेषज्ञों एवं 12 प्रस्तुतियाँ भारतीय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत की गयीं। आज की परिचर्चा के विषय में सुरंग निर्माण में अनुबंध सम्बन्धी मुद्दे,जोखिम प्रबंधन,भारत एवं विश्व के अन्य देशों में रेल एवं सड़क पर निर्मित महत्वपूर्ण सुरंगो के केस स्टडीज,प्रमुख रहे। जिसमें विशेषज्ञों ने सुरंग के निर्माण में आने वाली विभिन्न चुनौतियों और कठिनाइयों पर चर्चा की। मुंबई में टी॰बी॰एम॰विधि से निर्मित की गयी सबसे लम्बी सुरंग, लद्दाख के जोजिला सुरंग एवं लियोन तथा तुरीन के बीच निर्मित 57 कि मी लम्बी सुरंग पर लूसी रे की प्रस्तुति अत्यंत रोचक रही। सेमिनार के दौरान जीआलॉजी के अनुसार निर्माण में तकनीकी विशेष के प्रयोग पर विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से बताया गया।। इसमें से न्यू ऑस्ट्रीयन टनलिंग मेथड,टनल बोरिंग मशीन मेथड, ड्रिलिंग एवं बोरिंग विधियों पर जानकारी दी गयी। सुरंग निर्माण जैसे संवेदनशील एवं आधुनिक विषय पर देहरादून में सम्पन्न सेमिनार को प्रतिभागियों ने अत्यंत व्यावहारिक, ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी बताया। देश विदेश से आए विशेषज्ञों एवं डेलीगेट्स ने अपने अनुभव को अद्भुत बताया एवं आतिथ्य सत्कार से अभिभूत दिखे।